आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी बालिकाओं को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत आगे पढ़ाया जाऐगा
जनपद की 3टॉपर बालिकाओं को मिलेंगे लैपटॉप
चमोली। इंटरमीडिएट के बाद कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण जो मेधावी बालिकाएं कॉलेज में प्रवेश नहीं ले पा रही हैं, उन्हें चिह्नित कर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आगे पढ़ाया जाएगा। हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में जिले की मेरिट सूची में पहले तीन स्थान पर रही बालिकाओं को लैपटॉप देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही जिन स्कूलों में छात्राओं की संख्या अधिक है, वहां सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीन लगाई जाएगी। बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने राष्ट्रीय पोषण मिशन व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के क्रियान्वयन के लिए गठित जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में यह बातें कही। जिलाधिकारी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास, पंचायती राज एवं अन्य सामाजिक संगठनों को आपसी तालमेल के साथ ग्रामीणों को जागरूक कर लिगानुपात को संतुलित करने और बालिकाओं के उत्थान एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि बेटा व बेटी में कोई अंतर नहीं है। बेटियां बचेंगी तभी समाज बचेगा, यही बात गांव गांव तक पहुंचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज को जागरूक करने के लिए स्कूली छात्राओं को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के टैग लगे स्कूल बैग वितरित किए जाएंगे। जिले के प्रमुख सड़क मार्गों एवं सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता के लिए वॉल पेंटिग से प्रचार-प्रसार के माध्यम से जनता को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, मुख्य चिकित्साधिकारी बीएस राणा, मुख्य शिक्षाधिकारी एलएम चमोला, जिला कार्यक्रम अधिकारी संदीप कुमार सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।