कलाकारों ने आषाढ़ का एक दिन नाट्य का किया शानदार मंचन
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र व राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 21 दिवसीय नाट्य कार्यशाला के आधार पर तैयार किए गए नाटक आषाढ़ का एक दिन का मंचन कर कलाकारों ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। मोहन राकेश कृत नाटक आषाढ़ का एक दिन का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक महेंद्र सिंह पंवार ने किया। लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र में आयोजित नाट्य समारोह का शुभारंभ पत्रकार दीपक डोभाल व स्टार स्पोट्र्स एंकर तान्या पुरोहित ने किया। उन्होंने कलाकारों की अभिनय व संवाद प्रस्तुति की सराहना की। मौके पर प्रो. डीआर पुरोहित व डा. संजय पांडेय ने बताया कि आषाढ़ का एक दिन नाटक की कथा संस्कृत के प्रसिद्ध कवि व नाटककार कालिदास, जो की कश्मीर के शासक के रूप में मातृगुप्त के रूप में प्रसिद्ध हुए उनकी कथा है। मल्लिका और कालिदास के प्रेम को आधार बनाकर नाटककार मोहन राकेश जी ने यथार्थ और भावना का द्वन्द दिखाया है और यह सिद्ध किया है कि जीवन में भावना का भी स्थान है। लेकिन यथार्थ में ही जीवन जीना पड़ता है। नाटक में सुरभि, मधु, अंकित, भरत, सोमिल, लव, गौरव, प्राची, रोनिका, रोहित, अनुष्का, विकेश आदि ने अभिनय किया। संगीत संचालन विवेक कुमार शर्मा, मंच सज्जा अभिषेक बहुगुणा व प्रकाश संयोजन विकेश बाजपेयी ने किया। साहिल व कार्तिक सहायक की भूमिका में रहे। (एजेेंसी)