बिहार: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की हत्या की साजिश का मुख्य आरोपी आर्यन गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा
हाजीपुर। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की हत्या की साजिश रचे जाने के मामले में मुख्य आरोपी वीर कुमार सिंह उर्फ आर्यन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। करीब एक माह पहले राय की हत्या की साजिश रचे जाने से जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था। इसके आधार पर पुलिस ने नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी।
मामले में गिरफ्तार किए गए वीर कुमार सिंह उर्फ आर्यन सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को स्थानीय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया। यहां से सीजेएम अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
मालूम हो कि इस मामले में नगर थाना की एसआई आराधना कुमारी की ओर से हुई प्राथमिकी में वीर कुमार सिंह उर्फ आर्यन सिंह, अविनाश झा के पुत्र माधव कुमार उर्फ माधव झा, शिव शंकर शर्मा के पुत्र राजा बाबू तथा उमेश राम के पुत्र अभिषेक कुमार को आरोपित बनाया गया था।
प्राथमिकी के दो आरोपितों माधव झा एवं राजा बाबू को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एक अन्य आरोपित अभी फरार है। बताया गया है कि करीब एक माह पहले इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था।
वायरल वीडियो में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की महाशिवरात्रि पर निकलने वाली शोभायात्रा के दौरान गोली मारकर हत्या करने की साजिश रचते आरोपी युवक दिखाई दिए थे।
इस आधार पर नगर थाने में 13 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। हालांकि, उस समय पुलिस ने आर्यन सिंह को पकड़ लिया था, लेकिन आरोप है कि उसे थाने से ही छोड़ दिया गया था। आरोपी के बजरंग दल से जुड़े होने की चर्चा भी है।
वायरल वीडियो के अनुसार एक कमरे में चार लोग आपस में बातचीत कर रहे थे। इनमें से एक व्यक्ति सोफे पर लेटा हुआ था। दूसरा उसके पैर दबा रहा था।
तीसरा टेबल के पास खड़ा था और चौथा सोफे पर लेटे व्यक्ति के पीटे बैठा था। पैर दबा रहा युवक बोल रहा था कि हम नित्यानंद राय की सुपारी ले लेते हैं।
बैल चलाते रहेगा तो गोली दाग देना है। हमको तीन साल से शिवरात्रि से पहले सपना आता है कि हम नित्यानंद को गोली मार दिए हैं।
पुलिस ने बताया कि वीडियो सत्यापन के क्रम में पता चला कि वीडियो आर्यन सिंह के कार्यालय में बनाया गया। वीडियो में लेटा हुआ व्यक्ति वीर कुमार सिंह उर्फ आर्यन सिंह था।
वीडियो में नित्यानंद राय की हत्या की सुपारी एवं गोली मार देने की बात कहने वाले की पहचान माधव कुमार उर्फ माधव झा के तौर पर हुई थी।
वहां मौजूद दो व्यक्तियों की पहचान राजा बाबू एवं अभिषेक कुमार के रूप में की गई। अभिषेक अभी फरार बताया गया है।