बूढ़ाकेदार में अस्कोट-आराकोट का दल किया भव्य स्वागत
नई टिहरी : अस्कोट-आराकोट पदयात्रियों का बुधवार को बूढ़ाकेदार पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया है। प्रसिद्ध सर्वोदयी संस्था लोक जीवन विकास भारती में प्रो. शेखर पाठक और उनके साथ आए पदयात्रा दल की एक बैठक हुई। जिसमें उन्होंने बताया कि वे 25 मई से पिथौरागढ़ के अस्कोट से पैदल यात्रा पर निकले हैं। अभी बूढ़ा केदार तक लगभग 1100 किमी. तक पैदल यात्रा करके पहुंचे हैं। यह यात्रा सन 1984 में पहली बार हुई थी। हर 10 साल बाद चलने वाली इस पदयात्रा के 50 साल पूरे होने के बाद छठवीं यात्रा इस बार हो रही है। इन पदयात्राओं के अनुभवों के आधार पर अनेक जानकारियां विभिन्न दस्तावेज और साहित्यों के रूप में प्रकाशित किये गये है। बैठक में डॉ. गिरिजा पांडे और डॉ. अरुण कुकसाल ने बूढ़ाकेदार तक पहुंचे विभिन्न अनुभव साझा किये हैं। इस अवसर पर सुरेश भाई ने स्व. बिहारी लाल उनके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। लोक जीवन विकास भारती के मंत्री जयशंकर नगवान ने पद यात्रियों का स्वागत करते हुए स्मृति चिह्न भी भेंट किया है। इस मौके पर ज्वालामुखी मंदिर समिति के अध्यक्ष बचल सिंह रावत, पूर्व क्षेपंस हिम्मत सिंह रौतेला, जयप्रकाश राणा, पूर्व प्रधान धीरेंद्र प्रसाद नौटियाल, किशोरी लाल नगवान, विमला देवी, बिजोरा देवी, अनीता, अंजु, क्षेपंस अव्वल छनवान, बावन सिंह बिष्ट, ज्वालामुखी मंदिर समिति के अध्यक्ष बचल सिंह रावत, सतीश बंगरवाल, अनंतानंद, दयाराम, विष्णु, चंद्रवीर नगवान आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)