आशा कार्यकर्ताओं ने पीएम से लगाई सुरक्षा की गुहार
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कोरोना संक्रमण काल में आशा कार्यकर्ता बिना संसाधनों के प्रतिदिन मात्र 33 रुपये मानदेय पर कार्य कर रही है। प्रशासन की ओर से उन्हें पीपीई किट सहित कोई अन्य सुरक्षात्मक उपकरण नहीं दिए गए हैं। आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता संगठन के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर कोरोना काल में सुरक्षा की गुहार लगाई है। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूरे प्रदेश में 18 आशा कार्यकर्ता कोरोना संक्रमित हैं, जबकि चार आशा कार्यकर्ताओं की मौत भी हो चुकी है, लेकिन सरकार उनकी सुरक्षा की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
संगठन की ब्लॉक अध्यक्ष सावित्री देवी ने कहा कि सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण काल के दौरान की जा रही सेवाओं के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह एक हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक यह राशि उन्हें नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से पीपीई किट, सैनिटाइजर व मास्क तक उन्हें नहीं दिए हैं। उन्हें मास्क व सैनिटाइजर निजी संसाधनों से खरीदने पड़ रहे हैं। संगठन की उपाध्यक्ष संतोषी देवी व मीडिया प्रभारी बबीता नौटियाल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रवासियों से मिल रही हैं, लेकिन उन्हें थर्मल स्क्रीनिग मशीन तक उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिससे आशा कार्यकर्ता केवल हाल चाल पूछने तक ही सीमित हैं। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर समस्याओं का समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन भेजने वालों में धनु डोभाल, ज्योति देवी, जमुना देवी, प्रियंका बहुगुणा, रेखा नौडियाल, हेमलता बिष्ट, कविता नेगी, विधाता देवी आदि शामिल थे।