राहुल अकेले नरेंद्र मोदी से मुकाबला कर रहे : अशोक गहलोत
नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक रविवार को हुई। इस बैठक से पहले पार्टी के कई बड़े नेताओं ने राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाने की अपनी ख्वाहिश जाहिर की है। इस लिस्ट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी नाम है। अशोक गहलोत ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व का समर्थन करते हुए कहा कि राहुल गांधी अकेले व्यक्ति हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरे दमखम से मुकाबला कर कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का श्पोस्टमर्टमश् होगा और आगे की रणनीति तय की जाएगी। गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, श्श्राजनीति में कई तरह की परिस्थिति बन जाती है, उससे घबराना नहीं चाहिए। हम लोगों ने लंबे समय से देखा है, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, यही भारतीय जनता पार्टी जो आज सत्ता में है, उसे कभी संसद में सिर्फ 2 सीट मिली थी। इसलिए चुनाव में हार-जीत होती रहती है, हम उनसे घबराते नहीं हैं।श्श्
उनके मुताबिक, आज राहुल गांधी अकेले व्यक्ति हैं, जो दमखम के साथ नरेंद्र मोदी जी का मुकाबला कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी जी को भी राहुल गांधी जी को टारगेट करके ही अपना भाषण शुरू करना पड़ता है और उसका अंत करना पड़ता है। आप समझ सकते हो कि इसका क्या मतलब है।
बातचीत में अशोक गहलोत ने कहा है, श्राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए। पिछले तीन दशकों से गांधी परिवार का कोई भी सदस्य पीएम या मंत्री नहीं बना। यह समझना जरूरी है कि कांग्रेस की एकता के लिए गांधी परिवार का होना बहुत जरूरी है।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दौरान पार्टी के कई नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी के मुख्यालय के निकट एकत्र हुए और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी की तथा उन्हें पार्टी की कमान एक बार फिर से सौंपने की मांग की।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नेता अलका लांबा, अनिल भारद्वाज और कई अन्य नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के समर्थन में धरने पर बैठ गए। अलका लांबा ने कहा, श्श्कांग्रेस का कार्यकर्ता राहुल गांधी जी का नेतृत्व चाहता है। हम सोनिया गांधी जी से कहना चाहते हैं कि पार्टी की कमान राहुल गांधी को सौंपी जाए ताकि 2024 की लड़ाई हम उनके नेतृत्व में लड़ सकें।श्श्
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि देश में कांग्रेस आज भी सबसे विश्वसनीय विपक्षी दल है और इसलिए इसमें सुधार तथा नयी जान फूंकना जरूरी है। उन्होंने देश में विभिन्न दलों के विधायकों की संख्या वाला एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, श्श्यही वजह है कि कांग्रेस सबसे विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्षी पार्टी बनी हुई है। इसीलिए सुधार और नयी जान फूंकनी जरूरी है।श्श् थरूर ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब हालिया विधानसभा चुनावों में हार को लेकर कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में हुई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं और इस वजह से वह रविवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शामिल नहीं हो सके। उनके पुत्र अनिल के़ एंटनी ने यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया, श्श्आज मेरे पिता ए के एंटनी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला। उन्हें कल से बुखार था। वह सीडब्ल्यूसी की बैठक में आज शामिल नहीं हो पाने से बहुत निराश हैं। वह 1984 से सीडब्ल्यूसी में शामिल हैं।
बता दें कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इसके बाद से कई जगहों पर पार्टी नेतृत्व पर सवाल भी उठे। हालांकि, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस हार पर मंथन भी किया गया है।