असहाय महिलाओं के लिए सहेली से कम नहीं हैं एसएसपी पौड़ी
महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए सक्रिय रहती हैं एसएसपी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। असहाय महिलाओं के लिए किसी घनिष्ट सहेली से कम नहीं हैं एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी। महिलाओं पर घरेलू हिंसा के मामले रोकने व महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए पी रेणुका हर समय तत्पर रहती हैं। पी रेणुका का कहना है कि महिलाओं के प्रति समाज की धरणा को तोड़ने मे महिलाएं ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। हमे यह समझना होगा कि समाज में महिला पुरुष दोनों समान हैं। कानून भी दोनों के लिए बराबर है।
वर्ष 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी पी रेणुका देवी असहाय व महिला अपराध की पीड़ित महिलाओं के साथ एक घनिष्ट सहेली की तरह व्यवहार करती है। जिससे कि महिलाएं उन्हें अपनी आपबीती सुनाने से जरा भी नहीं हिचकती हैं। पीड़ित महिलाओं को लगता ही नहीं कि वह किसी पुलिस अधिकारी से बात कर रही हैं। एसएसपी पी रेणुका देवी का कहना है कि समाज में महिलाएं भी समान हकदार हैं। कानून की दृष्टि में पुरुष और महिलाएं समान हैं। महिलाओं को स्वयं असुरक्षा की भावना से बाहर निकलना होगा। एसएसपी पी रेणुका देवी की पौड़ी में तैनाती जुलाई 2020 में हुई थी। तैनाती के दौरान ही उन्होंने महिला अपराधों के निस्तारण में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए थे। पी रेणुका के अब तक के कार्यकाल के दौरान महिला अपराध संबंधी 60 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें से करीब 37 मामलों को निस्तारण किया जा चुका है। पी रेणुका देवी अल्मोड़ा, चमोली के एसपी का दायित्व निभा चुकी हैं। इसके साथ ही केदारनाथ आपदा के बाद गठित एसडीआरएफ की पहली सेनानायक भी रही हैं। एसडीआरएफ में बेहतर कार्य के लिए उन्हें मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कृत भी किया जा चुका है। पौड़ी जनपद में पी रेणुका महिलाओं का अपने अधिकारों के प्रति जागरुक करने लिए जागरुकता अभियान चला रही हैं। जिसके तहत वह स्वयं महिलाओं से सीधा संवाद भी कर रही हैं। पी रेणुका का कहना है कि महिला अधिकारियों को एक प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य करना चाहिए।