आस्था व उत्साह के साथ मनाया बसंत पंचमी पर्व
पिथौरागढ़। ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अवतरण दिवस व बंसत ऋतु के आगमन का प्रतीक बसंत पंचमी पर्व जिले भर में आस्था व उत्साह के साथ मनाया गया। लोगों ने पवित्र घाटों में स्नान के बाद विधि-विधान से मंदिरों में पूजा-अर्चना की। धार्मिक परंपराओं के अनुसार सिर में जौं के पौधे रख सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान पवित्र घाटों में उपनयन संस्कार के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही। माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाए जाने वाला बसंत पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंगलवार को बसंत पंचमी के दिन लोगों ने रामेश्वर घाट, हंसेश्वर, तालेश्वर, थल सहित अन्य घाटों में जाकर पवित्र स्नान किया। इसके बाद लोगों ने मंदिरों में विधि-विधान से पूजा अर्चना की। सिर में जौं के पौधे रख सुख-समृद्धि की कामना की। मान्यता के अनुसार बसंत पंचमी सुख-समृद्धि व हरियाली का प्रतीक बसंत ऋतु का आगमन माना जाता है। इस तिथि को ज्ञान की देवी मां सरस्वती के अवतरण दिवस के रूप में भी मान्यता मिली है। बसंत पंचमी को कला व ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा व उपासना का भी विधान है। पीले रंग के वस्त्र व पीले रंग की वस्तु दान करने का विशेष धार्मिक महत्व है। पुरोहितों ने भी यजमानों के घर पहुंचकर सिर में जौं के पौधे रख उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दिया। यजमानों ने भी दक्षिण व दान देकर इस धार्मिक परंपरा को निभाया।