रतनपुर बॉर्डर से राजस्थान में दाखिल हुआ अतीक का काफिला, नैनी जेल में रखा जा सकता है
प्रयागराज, एजेंसी। उमेश पाल हत्याकांड में नामजद माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से लेकर प्रयागराज पुलिस रवाना हो गई है। अतीक को सड़क मार्ग से प्रयागराज लाया जा रहा है। उसे लेकर पुलिस 1270 किलोमीटर की दूरी करीब 21 घंटे में तय करेगी। पुलिस ने रास्ते में पड़ने वाले सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस बारे में अलर्ट कर दिया है। यहां पढ़ें अतीक की प्रयागराज वापसी से जुड़े अपडेट
बताया जा रहा है कि माफिया अतीक अहमद के प्रयागराज पहुंचने पर उसे नैनी जेल में रखा सका जा सकता है। फिर कोर्ट में पेशी के लिए उसे नैनी जेल से ही अदालत ले जाया जाएगा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्री को पहले ही बता दिया होगा कि माफिया अतीक अहमद की गाड़ी कहां पलटेगी। उन्होंने कहा कि अगर आप गूगल और अमेरिका की मदद लीजिए तो आपको पता चल जाएगा कि कार कहां पलटी थी।
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, अतीक की प्रयागराज वापसी का संभावित रूट साबरमती से शुरू होकर हिम्मतनगर-उदयपुर-चित्तौड़गढ़-कोटा-झांसी के बाद बांदा और फिर प्रयागराज बताया जा रहा है।
अतीक अहमद को प्रयागराज ले जाने के बीच बरेली जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद उसके भाई अशरफ को भी प्रयागराज पुलिस ले जा सकती है। माफिया अतीक अहमद का भाई खालिद असीम उर्फ अशरफ करीब ढाई साल से बरेली जेल में बंद है।
साबरमती जेल से अतीक अहमद को जब निकाला गया तो पुलिस वैन में बैठने से पहले बोला कि ‘कोर्ट के कंधे पर रखकर मारना चाह रहे हैं’। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उसे गाड़ी में बैठा दिया।
साबरमती जेल में शनिवार को छापा मारा गया था। माफिया अतीक के बैरक की सघन तलाशी ली गई थी। बताया जा रहा है कि 1700 जवानों के साथ अचानक हुई छापेमारी से हड़कंप मच गया था।
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, अतीक को प्रयागराज लाने के दौरान काफिले में शामिल 40 पुलिस कांस्टेबल के फोन बंद रहेंगे। साथ ही अतीक का काफिला रास्ते में नहीं रुकेगा। काफिले की गाड़ियों में ही खाने-पीने की व्यवस्था है।
उमेश पाल हत्याकांड के मामले में पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, पुत्र असद, अली, उमर, शूटर, गुलाम, साबिर, मुस्लिम गुड्डू आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।
अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को भी पुलिस बरेली जेल से प्रयागराज ला सकती है। अशरफ भी उमेश पाल अपहरण कांड में आरोपी है। सूत्रों के मुताबिक सजा के एलान के समय वह भी अतीक अहमद के साथ कटघरे में मौजूद रहेगा।
अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से यूपी लाने की जिम्मेदारी आईपीएस अभिषेक भारती को मिली है। अभिषेक भारती वर्तमान में डीसीपी गंगानगर के पद पर तैनात हैं।
सूत्रों के अनुसार, अतीक अहमद पहले यूपी आने में आनाकानी कर रहा था। अदालत का आदेश होने के कारण उसकी एक न चली और पुलिस उसे कड़ी सुरक्षा में लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, उमेश पाल अपहरण कांड में 28 मार्च को सजा का एलान हो सकता है। इसी कारण प्रयागराज पुलिस अतीक अहमद को साबरमती से प्रयागराज ला रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यात्रा कम से कम 24 घंटे की होगी। प्रयागराज पुलिस लाइन से दो प्रिजन वैन भेजी गई है। बताया जा रहा है कि अतीक को प्रयागराज लाने के लिए 40 सदस्यीय पुलिस टीम भेजी गई है।