अतिथि शिक्षकों को तदर्थ नियुक्ति देने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति ने प्रदेश सरकार से वर्ष 2015 से माध्यमिक विद्यालय में सेवारत अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य के लिए उन्हें तदर्थ नियुक्ति देने की मांग की है। समिति के अध्यक्ष ने कहा कि अतिथि शिक्षकों द्वारा लगातार शासन से तदर्थ नियुक्तियों की मांग की जा रही है, लेकिन शासन स्तर से उक्त समस्या के समाधान पर गंभीरता से विचार नहीं हो पाया है।
समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के 5 हजार शिक्षित बेरोजगार युवा अपने सुरक्षित भविष्य की आशा में शासन के नियमों का पालन करते हुए अतिथि शिक्षक के रूप में दुर्गम व अति दुर्गम विद्यालयों में सेवायें देते हुए अपने जीवन के स्वर्णिम सात वर्ष व्यतीत करके अन्यत्र नियुक्तियों की आयु सीमा व जवानी की दहलीज पार कर चुके है। अल्प आय से परिवार व गृहस्थ जीवन की जिम्मेदारियों के निर्वहन की असमर्थता व असुरक्षित भविष्य की आशंका से इन युवाओं में मानसिक तनाव बढ़ना स्वाभाविक है। जो कि समाज व देश के भविष्य के लिए अत्यन्त चिंताजनक होने के साथ ही युवाओं में बढ़ते अवसाद का कारण है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से माध्यमिक विद्यालय में सेवारत अतिथि शिक्षकों तदर्थ नियुक्ति देनी चाहिए। पूर्व में भी महाविद्यालयों में शासन द्वारा तदर्थ नियुक्तियां की जा चुकी है।