एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार
हरिद्वार। भगवानपुर थाना पुलिस ने एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से 63 हजार की नकदी, 17 एटीएम और एक पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की है। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक देहात प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने प्रेसवार्ता कर बताया कि सिरचंदी गांव निवासी बीएसएफ के जवान शाहनवाज ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, उसका एटीएम कहीं गुम हो गया। इस दौरान उसके सैलरी अकाउंट से एक लाख साठ हजार रुपये की रकम निकल चुकी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही संबंधित एटीएम में जाकर छानबीन की। साथ ही सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया। इस दौरान भगवानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने एटीएम के बाहर खड़े होने वाले वाहनों की फुटेज लेकर छानबीन शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि उप्र के मेरठ जिले के अंतर्गत कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के बडौली गांव का रहने वाला परवेश एटीएम से ठगी करने का मास्टरमाइंड है। वर्तमान में वह बहादराबाद थाना क्षेत्र के बदरीशपुरम कालोनी में रह रहा है और गागलहेड़ी तिराहे पर पल्सर मोटरसाइकिल के साथ देखा है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आरोपित को पकड़ लिया। पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से विभिन्न बैंकों के एटीएम एवं 63 हजार की नकदी मिली है। आरोपित ने ही बीएसएफ जवान का एटीएम बदलकर उसके खाते से रकम निकाल दी थी। करीब ढाई माह पहले ही बहादराबाद पुलिस ने चाकू रखने के आरोप में जेल भेजा था। वहां से वह जमानत पर छूट गया। इसके बाद फिर से उसने एटीएम की ठगी का काम शुरू कर दिया। एसपी देहात ने बताया कि एसएसपी ने भगवानपुर पुलिस को ढाई हजार का इनाम देने की घोषणा की है। एटीएम केबिन में कर लेता है शिकार की तलाश
भगवानपुर: थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि परवेश बेहतर शातिर किस्म का अभियुक्त है। वह एटीएम के बाहर बुजुर्ग, मजदूर आदि के पीछे खड़ा हो जाता था। इस दौरान वह भांप लेता था कि उसके आगे खड़े व्यक्ति के पास कौन से बैंक का एटीएम है। इसके बाद उसी एटीएम को निकाल लेता था। साथ ही अपने दिमाग में पिन कोड को बैठा लेता था। मदद करने के नाम पर वह बेहद शातिर ढंग से एटीएम को बदल देता था। इसके बाद वह एटीएम से रकम निकाल लेता था। एटीएम कार्ड बदलने के अपराध में वह पूर्व में भी जेल जा चुका है। इतना ही नहीं उसने एक खाता भी खुलवा रखा है। जिसमें वह एटीएम की ठगी से हासिल की गई रकम को जमा करता था।