ईश्वर की प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य : मुकेश चतुर्वेदी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सिद्धपीठ एकेश्वर महादेव मंदिर में एकेश्वर मंदिर कल्याण समिति की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक आचार्य मुकेश चतुर्वेदी ने श्रोताओं को बताया कि भक्ति की राह कठिन होती है, लेकिन जब भक्ति में रम जाओं तो कोई भी मानव उस रंग से छूट नहीं पाता है। कथा श्रवण करने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
गुरूवार को कथा में आचार्य मुकेश चतुर्वेदी ने कहा कि कर्म मार्ग में भी मनुष्य को निष्काम भाव से कर्म करना होता है। अपने कर्म को ईश्वर को समर्पित करना पड़ता है। इसलिए इसमें भी भटकने की पूरी संभावना होती है। वहीं भक्ति मार्ग में वह अपने आप को पूर्णतया ईश्वर भक्ति में समर्पित कर देता है। वह स्वयं को विचलित नहीं करता है। इसलिए भक्ति मार्ग में ईश्वर प्राप्ति की पूरी संभावना होती है। श्री चतुर्वेदी ने श्रोताओं को प्रहलाद और ध्रुव की कथा सुनाई। इस मौके पर मुख्य यजमान हरिओम शाह, गीता देवी, कमल सिंह रावत, अंजू देवी, संजय, रूपा देवी, पंडित राकेश हिंदवान, कृष्ण कांत, नरेश पसबोला, अंकित बहुखण्डी, हिमांशु बहुखण्डी, सौरभ सिलमाना, मंदिर समित के अध्यक्ष कुलदीप जोशी, प्रकाश चन्द्र जदली, तेजपाल सिंह पंवार, सुनील रावत, अशोक पुण्डीर, हरीश बडोला सहित अन्य लोग मौजूद रहे।