जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : थलीसैंण शिव मन्दिर में चल रही शिव महापुराण कथा के छठवें दिन कथावाचक आचार्य कमलेश चंद्र जोशी ने कहा कि शिव का अर्थ ही कल्याण है। प्राणी मात्र के लिए कल्याण और मुक्ति की प्राप्ति शिव पुराण के श्रवण से ही संभव है। शिव पुराण के श्रवण से भक्ति, भक्ति से प्रेम, प्रेम से सद्भाव और सद्भाव से भेदभाव मुक्त समाज का सृजन होता है। अज्ञान, अहंकार और समाज में व्याप्त पाश्विक प्रवृत्तियों का नाश करने के लिए शिव पुराण जैसे ग्रंथों का मनन और मंथन जरूरी है।
सोमवार को कथावाचक आचार्य कमलेश चंद्र जोशी ने भक्तों को शिव प्राप्ति हेतु माता सती द्वारा तप, शिव को पति रूप में प्राप्ति, दक्ष द्वारा शिव अपमान, सती द्वारा योगाग्नि से शरीर भस्म तथा पतिव्रत धर्म निरूपल पुन: शिव तत्व विवेचन द्वारा जीव मोक्ष के बारे में भक्तों को शिव पुराण कथा सुनाई। श्रावण मास का प्रथम सोमवार को गांवों से सुबह से भक्तों का मंदिर में आने का सिलसिला लगा रहा। इस अवसर पर मुकेश पांडे, दीपक जोशी, हेमचंद्र, धीरज कनवाल, पंकज पंत आदि मौजूद रहे।