बागेश्वर। निकाय चुनाव के चलते इस बार उत्तरायणी मेला नगर पालिका के बजाए प्रशासन कराएगा। इसकी तैयारी लगातार चल रही है। मेले को भव्य व दिव्य बनाने के लिए कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। अब मेले को मूर्त रूप देने का समय आ गया है। नौ दिन बाद मेला शुरू हो जाएगा। शनिवार को डीएम आशीष भटगांई ने ऐतिहासिक नुमाइशखेत मैदान व सरयू बगड़ आदि स्थानों का निरीक्षण किया। नगर पालिका को नगर को मेले के दौरान स्वच्छ रखने के निर्देश दिए। बाबा बागनाथ मंदिर दो कुंतल फूलों से सजाया जाएगा। शनिवार को डीएम आशीष भटगांई ने ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक उत्तरायणी मेले की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। नुमाईश खेत में बनने वाले सांस्कृतिक मंच को सुरक्षित एवं आकर्षक बनाते हुए मेलार्थियों को बैठने की उचित व्यवस्था करें। मैदान के किनारे लगने वाली दुकानों एवं अन्य मनोरंजन सामग्रियों को सुव्यवस्थित रूप से स्थापित करते हुए मेलार्थियों के आवागमन के लिए प्रर्याप्त स्थान छोड़ा जाए। उसके बाद मेले स्थल एवं स्नान घाटों में चल रहे सौंदर्यीकरण के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने सरयू घाट के नदी के दोनों ओर वॉल पेंटिंग करने के साथ ही सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। मेले के दौरान आयोजित होने वाली विभिन्न खेल गतिविधियों के साथ ही सरयू घाट में आयोजित होने वाले दंगल प्रतियोगिता में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। स्नान घाट पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के साथ ही वहां स्थापित महिला चेजिंग रूम में पेंट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण मेले अवधि में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश ईओ को दिए है। जिलाधिकारी ने बागनाथ मंदिर समिति को मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था एवं मंदिर को फूलों से सजावट आदि करने को कहा। निरीक्षण के दौरान एसडीएम मोनिका, ईई पीडब्ल्यूडी संजय सिंह पांडेय, हयात सिंह परिहार आदि उपस्थित रहे।