बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने किया कन्या पूजन
हरिद्वार। गुरुवार को बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने कनखल स्थित दिव्य योग मंदिर में नवमी पर कन्या पूजन किया। कन्या पूजन से पूर्व हवन किया गया।
इस अवसर पर बाबा रामदेव कनखल के दिव्य मंदिर कृपालु बाग में आकर भावुक खो गए और पुराने दिनों की यादों में खो गए। पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए उन्होंने अपने कई मार्मिक संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि यहां पर जब हम लोग आए थे तब हमारे पास ना पैसा था और ना ही कोई संसाधन। हमने मिट्टी के गारे से कमरे बनाए और कच्चे कमरों में रहे। गौशाला बनाई और अभावों की जिंदगी व्यतीत कर आयुर्वेद व योग के क्षेत्र में काम किया। बाबा ने कहा कि तिनका तिनका जोड़ कर आज विश्व का सबसे बड़ा आयुर्वेद और योग का संस्थान बनाया। यह सब ईश्वर कृपा और हमारे पुरुषार्थ के कारण हुआ। मेरे साथी आचार्य बालकृष्ण और कर्मवीर तथा राम भरत सब ने मिलकर इस दिव्य मंदिर से शुरुआत की। उन्होंने कहा कि विजयदशमी का पर्व बुराई पर जीत की विजय है और हमें आतंकवाद, महंगाई, बेरोजगारी पर विजय प्राप्त करनी है। उन्होंने कहा कि नवरात्र शक्ति उपार्जन का पर्व है।
इससे पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने कन्याओं के चरण धोए और उन्हें वस्त्र उपहार और दक्षिणा भेंट की। नौ दिन तक विधि विधान से चले नवरात्र पूजन का आज वैदिक विधि विधान के साथ समापन किया गया।