बाबा सिद्दीकी हत्याकांड : पुलिस ने झूठी धमकी संदेशों के पीछे के असली चेहरे किए बेनकाब
मुंबई , मुंबई के बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद फैली दहशत में नई कडिय़ाँ जुड़ती जा रही हैं। व्हाट्सएप पर आए धमकी भरे संदेशों ने पुलिस को सतर्क कर दिया। इन संदेशों में न केवल सलमान खान, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक को धमकियाँ दी गई थीं, और इनका उद्देश्य साफ था – दहशत का माहौल बनाना।
धमकी संदेशों का सुराग
पुलिस के मुताबिक, ये सभी धमकी संदेश एक सार्वजनिक व्हाट्सएप नंबर पर भेजे गए थे, जो आमतौर पर जनता की समस्याएँ सुनने के लिए ट्रैफिक़ पुलिस के पास मौजूद होता है। पुलिस ने जब इन संदेशों की जाँच की, तो पाया कि ये धमकियाँ झूठी थीं, पर इनका उद्देश्य महज डर फैलाना था। धमकियाँ देने वालों ने सलमान खान को चेतावनी दी थी कि अगर वे धन नहीं देंगे, तो उनका भी हश्र बाबा सिद्दीकी जैसा होगा।
पहला मामला
2 नवंबर को एक संदेश में धमकी दी गई कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए, वरना उन्हें भी बाबा सिद्दीकी जैसी ही सज़ा भुगतनी पड़ेगी। वर्ली पुलिस की जांच में पाया गया कि ये संदेश उल्हासनगर की एक महिला द्वारा भेजा गया था, जो मानसिक रूप से अस्थिर बताई जा रही है। महिला को वर्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया ताकि उसके मानसिक स्वास्थ्य और मंशा की पूरी जांच हो सके।
दूसरा मामला
29 अक्टूबर को एक संदेश में जीशान सिद्दीकी और सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी गई थी और 2 करोड़ रुपये की माँग की गई थी। वर्ली पुलिस की तफ्तीश से पता चला कि यह संदेश बांद्रा के 56 वर्षीय बेरोजगार व्यक्ति अजर मोहम्मद मुस्तफा द्वारा भेजा गया था। बेरोजगारी और आर्थिक तंगी ने उसे इस अपराध की ओर धकेला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि उसने पैसे की लालच में ये धमकियाँ भेजीं थीं।