आफत बनकर बरसे बदरा, पनियाली गदेरे ने मचाई तबाही
शुक्रवार रात हुई तेज बारिश से नदी-गदेरे आए उफान पर
कौड़िया, आमपड़ाव क्षेत्र में घरों के अंदर घुसा भारी मलबा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शुक्रवार रात हुई बारिश कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में आफत बनकर बरसी। नदी-गदेरे उफान पर आने से मलबा व पानी घरों के अंदर घुस गया। सबसे अधिक तबाही नगर क्षेत्र के बीच से गुजरने वाले पनियाली गदेरे ने मचाई। गदेरे के आसपास रहने वाले लोगों के घरों में घुटने-घुटने तक मलबा भर गया। मकान व सामान छोड़कर परिवारों को अन्यत्र शरण लेनी पड़ी।
शुक्रवार रात को हुई बारिश के कारण कोटद्वार में पनियाली गदेरा उफान पर रहा। जिसके कारण आमपड़ाव, सूर्यानगर व कौड़िया क्षेत्र के कई घरों में मलबा व पानी भर गया। लोगों को घबराकर अपने घरों से बाहर निकलना पड़ा। सबसे अधिक तबाही का मंजर कौड़िया बस्ती में देखने को मिला। जहां लोगों के घरों में मलबा घुसने से उनका सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया। शनिवार को पूरे दिन परिवार के सदस्य घरों से मलबा व पानी साफ करने में जुटे हुए थे। बस्ती को जाने वाले मार्ग को साफ करने के लिए प्रशासन की ओर से जेसीबी लगाई गई थी। वहीं वार्ड नं. 9 काशीरामपुर के पार्षद प्रवेंद्र रावत ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मौखिक व लिखित रूप से पनियाली नाले की सफाई कराने के संबध में अवगत करा दिया गया था, लेकिन अधिकारियों ने इसे अनसुना कर दिया। क्षेत्रीय विधायक को भी पत्र लिखकर सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की गई, किंतु उन्होंने भी बजट का अभाव बताकर टाल दिया। वार्ड नं 7 कौड़िया पार्षद सुभाष पांडेय ने कहा कि उन्होंने भी कई बार पनियाली गदेरे की साफ- सफाई के संबध में स्थानीय शासन प्रशासन को अवगत कराया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सड़क पर काटी रात
कौड़िया बस्ती के घरों में मलबा भरने के कारण परिवारों ने सबसे पहले अपनी जान बचाना ही बेहतर समझा। अधिकांश लोग अपना सामान छोड़कर घर से निकालर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे। लोगों ने कैड़िया के समीप यात्री सैड के नीचे रात काटी। सुबह होने पर तबाही का मंजर देर उनकी आंखें भर आई।
प्यास बुझाने को भी तरसे
बस्ती में भारी मलबा व पानी आने से पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। ऐसे में शनिवार को पूरे दिन बस्ती में पीने का पानी तक नहीं आया। मलबा हटाने के कार्य में जुटे परिवारों का प्यास बुझाना भी मुश्किल हो गया था। वहीं, रसोई में रखा सामान खराब होने के कारण भी घरों में चूल्हा नहीं जल पाया।
निर्माण सामग्री बही
शुक्रवार रात मालन नदी में एक बार फिर से बाढ़ आने के कारण तल्ला मोटाढांक में नदी में ह्यूमपाइप डालकर बनाए जा रहे दो कॉजवे का निर्माण कार्य बाधित रहा। भारी बारिश से उफनाई मालन की बाढ़ में लोनिवि विभाग का शटरिंग का सामान और आरबीएम बह गया। शनिवार को एक बार फिर से लोनिवि ने कॉजवे पर काम आगे बढ़ा दिया है, लेकिन इस मार्ग पर हल्के वाहनों की आवाजाही बंद रही।
गब्बर सिंह कैंप को जोड़ने वाली पुलिया ढही
कौड़िया से विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह कैंप को जोड़ने के लिए दशकों पूर्व बनी पुलिया पनियाली गदेरे की भेंट चढ़ गई। ऐसे में अब आर्मी कैंप तक वाहनों से खाद्य सामग्री के साथ ही अन्य आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाना चुनौती बन गया है। सितंबर माह में कैंप में अग्निवीर भर्ती रैली भी होनी है।