– अगले 24 घंटों तक बदरीनाथ, हेमकुंड यात्रा रोकने का निर्णय
चमोली। लगातार भारी वर्षा, सड़कों पर भूस्खलन के कारण चमोली प्रशासन ने अगले 24 घंटों तक बदरीनाथ, हेमकुंड यात्रा रोकने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी डाक्टर संदीप तिवारी ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया विपरीत मौसम को देखते हुए अगले 24 घंटों तक बदरीनाथ, हेमकुंड यात्रा रोकी गयी है। रेड अलर्ट को देखते हुए यात्रियों को गौचर, पीपलकोटी, जोशीमठ, बदरीनाथ में ही गेस्टहाउस, धर्मशालाओं, नगर निकायों के गेस्ट हाउस में रुकने की सलाह दी गई है। भारी वर्षा और पहाड़ियों से बोल्डर भूस्खलन के कारण चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे कमेड़ा में चार घंटे से अधिक बाधित रहा। पहाड़ी से लगातार बोल्डर मलबा आ रहा है। उमटा में बदरीनाथ हाइवे 3 घंटे अवरुद्ध रहा। पहाडियों से गिरते बोल्डर मलबे के कारण हाईवे बाधित होता रहा। जिलाधिकारी ने बताया चमोली जिला प्रशासन द्वारा भूस्खलन से संवेदनशील स्थान वाली सड़कों पर जेसीबी तैनात की है। मशीनों से सड़कों को सुचारू किया जा रहा है। बदरीनाथ हाईवे पर नन्दप्रयाग में सड़क पर रुक-रुक कर मलबा आता रहा। विकल्प के रूप में नन्दप्रयाग सैकोट से वाहनों की आवाजाही हुई। चमोली जिले में रविवार को 55 लिंक मार्ग बाधित रहे। देवाल नन्दकेशरी में गदेरे मे मलबा आने से आसपास की भूमि क्षतिग्रस्त हुई। मौसम की प्रतिकूलता को देखते हुए चार धाम यात्रा रविवार के लिए रोक दी गई है। मूसलाधार वर्षा के कारण उत्पन्न हुई स्थिति के मद्देनज़र, चमोली पुलिस ने भी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। पुलिस लाउडस्पीकर के जरिये लगातार सतर्क रहने घोषणाएं कर रही हैं। श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे यथाशीघ्र सुरक्षित स्थानों पर रुकें और किसी भी तरह का जोखिम न उठाएं। लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार यह संदेश दिया जा रहा है कि श्रद्धालु आगे न बढ़ें और नजदीकी सुरक्षित आश्रय स्थलों, गेस्ट हाउसों, या धर्मशालाओं में रहें।