बैजनाथ झील में साहसिक खेलकूद शुरू करने की कवायद तेज
बागेश्वर। बैजनाथ झील में साहसिक खेलकूद शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने झील में विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए अधिकारियों की बैठक ली। उन्हें 10 दिन के भीतर कार्ययोजना बनाने को कहा। झील में संचालित होने वाली गतिविधियों के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करने के निर्देश दिए साथ ही बैजनाथ झील का स्थलीय निरीक्षण भी किया। पर्यटक आवास गृह में डीएम ने जिला साहसिक खेल प्रबंधन समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि बैजनाथ जिले का प्रमुख र्धािमक स्थल है। यहां पर हर साल भारी संख्या में देशी व विदेशी सैलानी आते हैं। कहा कि बैजनाथ को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने से सैलानियों को साहसिक खेलकूद की सुविधा मिलेगी, वहीं स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि बैजनाथ झील में पैडल वोट, जोरबिन बाल, टूरिस्टों को आकर्षित करने के लिए डेकोरेशन लाइट, लेजर लाइट आदि गतिविधियों का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए बेहतर कार्ययोजना का निर्माण होना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से झील में शुरू होने वाली गतिविधियों की कार्ययोजना का जल्द निर्माण करने व बैजनाथ झील में संचालित होने वाली गतिविधियों के लिए एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करने को कहा। इसमें जिला पर्यटन अधिकारी, अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग, लोनिवि, ग्रामीण निर्माण विभाग और अधिशासी अधिकारी जिला पंचायत व कुमाऊं मंडल विकास निगम के अधिकारियों को सदस्य नामित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपर जिलाधिकारी को बैजनाथ झील के आस-पास खाली पड़ी भूमि की भी जांच करने को कहा ताकि इस क्षेत्र में लैंड स्किल डेवलपमेंट के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाई जा सके। उन्होंने झील के आसपास की झाड़ियों का कटान करने, और गंदगी को साफ करने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाने को कहा, जिसमें क्षेत्र के लोगों की सहभागिता भी कराने को कहा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, डीएफओ बलवंत सिंह शाही, एसडीएम जयवर्द्धन शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी र्कीित चंद्र आर्या, ईई रमेश चंद्रा, एके जॉन, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल, कोषाधिकारी भारत चंद्र आदि मौजूद थे।