थानेश्वर महादेव मंदिर में 14 नवंबर को आयोजित होगा बैकुंठ चतुर्दशी मेला
नि:संतान दंपत्ति संतान प्राप्ति के लिए करते है खड़ा दिया अनुष्ठान
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : विकासखंड कल्जीखाल की मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम थनुल स्थित सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर में आगामी 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी का मेला आयोजित किया जायेगा। बैकुंठ चतुर्दशी मेले की व्यवस्थाओं की तैयारियों को लेकर मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए।
मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने बताया कि पौराणिक मेला गत वर्षों की भांति भव्य रूप से आयोजन किया जाएगा। 14 नवंबर की रात्रि को लगने वाले प्रसिद्ध बैकुंठ चतुर्दशी मेले मेें महिलाओं की अधिक संख्या होती है क्योंकि नि:संतान दंपत्ति संतान प्राप्ति के लिए रातभर हाथ में द्वीप जलाकर खड़ा होकर शिव आराधना करते है। स्थानीय भाषा में मेले को खड़ा दिया मेला भी कहते है। शिव आराधना करने वाले नि:संतान दंपतियों का मनोबल बढ़ाने के लिए महिलाएं रात भर कीर्तन भजन करती है। खड़ा दिया अनुष्ठान से बाहरी प्रांतों से नि:संतान दंपत्ति शिव आराधना करने आते है। समिति के पास अभी तक मात्र तीन दंपतियों का ही पंजीकृत हुआ है। मुख्य अतिथि के रूप लैंसडौन के विधायक महंत दलीप रावत, विशिष्ट अतिथि गौ सेवा आयोग उत्तराखंड के अध्यक्ष पंडित राजेन्द्र प्रसाद अंथवाल प्रस्तावित है। क्षेत्र की दो प्रवासी पुत्रियों द्वारा भंडारा आयोजन किया जायेगा। मंदिर समिति हर वर्ष बैकुंठ चतुर्दशी मेले पर मंदिर विकास में अतुल्य योगदान के लिए किसी एक व्यक्ति को प्रेरणा स्रोत के तौर पर सम्मानित करती है। इस बार मंदिर समिति ने बैकुंठ चतुर्दशी मेले पर समाजिक कार्यकर्ता वीएस नयाल को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। बीएस नयाल का परिवार वर्षों से सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर की सेवा में तन मन धन से समर्पित है। इस अवसर पर मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह रावत, देवेंद्र सिंह रावत, ऋषिबल्लभ डुकलाण, सज्जन सिंह नेगी, रविन्द्र रावत, ग्राम प्रधान श्रीमती विजय लक्ष्मी रावत, पूर्व प्रधान श्रीमती उमा देवी, पूर्व प्रधान वीरेंद्र दास, महिला मंगल दल अध्यक्ष श्रीमती बसंती देवी, शीला देवी, अनीता देवी, रजनी देवी, महेश्वरी देवी, रेखा देवी, गीता देवी आदि मौजूद थे।