बैरागियों को सुविधाएं न मिली तो होगा बड़ा विवाद: राजेंद्र दास
हरिद्वार। श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास ने कहा कि 16 मार्च को बड़ी संख्या में बैरागी संत हरिद्वार पहुंचेंगे। अगर उन्हें यहां सुविधाएं नहीं मिली तो शासन प्रशासन के लिए एक बड़ा विवाद खड़ा हो जाएगा। बुधवार को अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह के साथ बीतचीत में श्रीमहंत राजेंद्र ने कहा कि मेला प्रशासन को 15 मार्च तक भूमि आवंटित कर बिजली, पानी, शौचालय की मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाए। अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह ने बुधवार को बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़े पहुंचकर तीनों वैष्णव अखाड़ों के संतों से कुंभ मेले की सुविधाओं को लेकर चर्चा की। श्रीमहंत राजेंद्र दास ने कहा कि टेंट एवं शिविर की व्यवस्था भी मेला प्रशासन को करानी चाहिए। अन्यथा बैरागी संत उग्र हो जाएंगे। जिसके बाद बैरागी संत अपने शिविर अथवा टेंट स्वयं लगाएंगे। श्री पंच निर्वाणी अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास ने कहा कि कोरोना महामारी को बहाना बनाकर मेला प्रशासन संतों को बरगला रहा है, जोकि ठीक नहीं है। सरकार को धार्मिक आयोजनों पर रोक नहीं लगानी चाहिए। श्री पंच दिगंबर अणि अखाड़े के श्रीमहंत किशन दास ने कहा कि जल्द ही बैरागी संतों का हरिद्वार आना प्रारंभ हो जाएगा। मेला प्रशासन को अपनी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
अपर मेलाधिकारी ने संतों को आश्वासन देते हुए कहा कि कुंभ मेले के दौरान वैष्णव अखाड़ों के संतों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए मेला प्रशासन पूरी तरह आश्वस्त है। इस दौरान जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य, महंत प्रह्लाद दास, महंत प्रेमदास, बाबा हठयोगी, महंत दुर्गादास, महंत विष्णुदास, महंत प्रमोद दास, महंत अवध बिहारी दास, महंत मोहनदास, महंत रामशरण दास, महंत सुखदेव दास, महंत सिंटू दास, महंत अगस्त दास सहित कई बैरागी संतों ने अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह से चर्चा कर सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।