जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शैलशिल्पी विकास संगठन की ओर से बलदेव सिंह आर्य की 112वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि स्व. बलदेव सिंह आर्य समाज के सच्चे सेवक थे।
शैलशिल्पी विकास संगठन की ओर से सिम्मलचौड़ स्थित जयानंद भारतीय पुस्तकालय में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी की अध्यक्षता स्व. बलदेव सिंह आर्य के पौत्र डा. मनोज कुमार सिंह ने की। वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 1930 को 18 वर्ष की आयु में बलदेव सिंह आर्य ने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। आपना जीवन देश की आजादी के लिए लगा दिया। वर्ष 1952 से 1989 तक आर्य उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। कहा कि भूमिहीनों को भूमि दिलाने में बलदेव सिंह आर्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कहा कि उन्होंने झंडीचौड़, उदयरामपुर, देवेंद्र नगर, नयागांव, ढकिया बावन सराय के लोगों को हकहकूक का अधिकार भी दिलवाया। इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य, धीरजधर बछवाण, प्रमोद कुमार चौधरी, गीता सिंह, प्रशांत चौधरी, सतीश प्रकाश, मदन सिंह, कुमारी विमला, शिवकुमार, सुनील कुमार, सूरबीर खेतवाल, जगदीश राठी मौजूद रहे।