बमोली न्याय पंचायत में बाघ का आतंक, ग्रामीणों में दहशत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। विकासखंड एकेश्वर के जैतोलस्यूं बमोली न्याय पंचायत में पिछले एक माह से बाघ का आतंक वना हुआ है। बाघ के आतंक के कारण लोग दहशत में है।
बाघ अभी तक कई मवेशियों को निवाला बना चुका है। वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे ग्रामीणों
में आक्रोश व्याप्त है। प्रभावित पशुपालकों ने वन विभाग व प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है।
सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश चतुर्वेदी ने बताया कि जैतोलस्यूं बमोली न्याय पंचायत में पिछले एक माह से बाघ का आतंक बना हुआ है। बाघ ने ग्राम बमोली
के मोहनलाल और ग्राम नौंदेणा के ओमप्रकाश की गाय को मार दिया। इससे पूर्व भी नौंदेणा गांव के बच्चों ने बड़ी मुश्किल से बाघ से अपनी जान बचाई थी। न्याय
पंचायत क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे गुलदार के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। आए दिन ग्रामीणों को गुलदार गांव के आसपास खेतों में घूमता हुआ
दिखाई दे रहा है। गुलदार के भय से ग्रामीण शाम ढलते ही घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। बाघ के आंतक से सहमे ग्रामीण पशुपालक पशुओं को चराने के लिए
जाने से कतराने लगे हैं। बच्चों ने बाहर खेलना बंद कर दिया और ग्रामीण भी जंगल से सटे खेतों में नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि देवल, तछवाड़, जैतोली,
पीपखोला, दूणी, भरपूर, ग्वाड़, जखोलू गांव में बाघ की दहशत बनी हुई है। वन विभाग जानकारी के बावजूद भी कोई सुध नहीं ले रहा है। अभी तो बाघ केवल पशुओं
पर ही हमला कर रहा है, लेकिन भविष्य में मनुष्य पर भी हमला कर सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन से वन विभाग के अधिकारियों को बाघ के आंतक से निजात
दिलाने के लिए निर्देशित करने की मांग की है।