विकासनगर। गढ़वाल मंडल विकास निगम के आसन पर्यटन स्थल पर अब पर्यटक बोटिंग का आनंद नहीं ले पाएंगे। मानसून सीजन शुरू होते ही आसन झील में 15 जून से 15 अक्तूबर तक बोटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पर्वतीय इलाकों में बारिश के चलते यमुना, आसन, टौंस नदियों का जलस्तर एकाएक बढ़ने पर बैराज झील में बोटिंग करने से खतरा पैदा हो जाता है, जिस कारण जल विद्युत निगम इस अवधि में झील में बोटिंग की इजाजत नहीं देता है। यमुना, टौंस, आसन के ऊपरी कैचमेंट एरिया (अधिग्रहण क्षेत्र) में बारिश से नदियों में सिल्ट और कूड़ा करकट बढ़ने पर जल विद्युत निगम को बैराज में फ्लैशिंग करानी पड़ती है। बैराज का पानी एकाएक निकालने के लिए खोले गए गेट से पानी का दबाव बढ़ जाता है, ऐसे में झील में कोई बोटिंग कर रहा होगा तो पानी के प्रवाह से उसे खतरा पैदा हो सकता है। लिहाजा मानसून सीजन में झील में बोटिंग बंद कर दी जाती है। हालांकि अक्तूबर से मार्च तक प्रवासी परिंदों के प्रवास के चलते जीएमवीएन स्टीमर व अन्य मशीन बोट नहीं चला पाता, लेकिन झील के निश्चित दायरे में पैडल बोट चलाने की अनुमति होती है। बरसात में पैडल बोट भी प्रतिबंधित कर दी जाती है। लिहाजा अब 15 अक्तूबर तक आसन पर्यटन स्थल पर आने वाले पर्यटक दूर से ही झील का आनंद ले पाएंगे। जीएमवीएन आसन पर्यटन स्थल के प्रबंधक अनिल नौटियाल के अनुसार 15 जून से 15 अक्तूबर तक आसन झील में बोटिंग प्रतिबंधित रहेगी, अन्य सुविधाएं पर्यटकों को मिलती रहेंगी।