सनेह क्षेत्र में बंदरों के आंतक से ग्रामीण परेशान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सनेह क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम लालपानी, नाथूपुर, विशनपुर, रामपुर, सनेह, कोटडीढांग, कुंभीचौड़ में ग्रामीण बंदरों के आंतक से परेशान है। आलम यह है कि बंदरों को भगाने पर वह काटने को दौड़ रहे है। साथ ही साग-सब्जी को बर्बाद कर रहे है। लोगों का कहना है कि इनके आतंक के चलते लोग घरों की छतों पर जाने से डरने लगे है। घर में रखे सामान के साथ तोड़फोड़ कर रहे है। छत पर रखी पानी की टंकियों को तोड़ रहे है। बच्चों में इतना भय व्याप्त है कि वे अपने घर की छत व गलियारे में भी खेलने से डरने लगे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले काफी लंबे समय सनेह क्षेत्र में बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। बंदर खाना खाते लोगों पर हमला कर उनका निवाला छिन रहे हैं। साथ ही बंदर फसलों को भी बर्बाद कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो इन बंदरों ने कई स्कूली बच्चों और महिलाओं को घायल किया हैं। ग्रामीण देवेन्द्र, संदीप ने बताया कि बंदरों ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर रखा है। गांव में बंदरों का इतना आतंक है कि ग्रामीणों को घर कर दरवाजा बंद कर खाना खाने का विवश हैं। अगर कोई ग्रामीण घर के आंगन में बैठकर खाना चाहें तो बंदरों को झुंड उन पर हमला कर उनसे निवाला छीन रहे हैं। गांव में बंदरों की तादात इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि बंदरों के झुंड ग्रामीणों पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं। वहीं कई बार प्रशासन और वन विभाग को शिकायत करने के बाद भी अभी भी हर जगह बंदरों का आतंक फैला हुआ है, जिस कारण लोगों के मन में बंदरों के काटने का डर बन गया है। साथ ही लोगों का घरों से बाहर निकला मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि बंदरों को भगाने पर वह काटने को पीछे दौड़ रहे है। वहीं श्रीमती सुनीता देवी ने बताया कि बंदर साग-सब्जी को भी बर्बाद कर रहे है। वह बंदर प्याज, बैंगन सहित अन्य सब्जियों को तोड़कर नुकसान पहुंचा रहे है। उधर, नगर निगम के नगर आयुक्त पीएल शाह का कहना है कि वन विभाग के सहयोग से अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ा जायेगा।