नई दिल्ली , पाकिस्तान के साथ बढ़ती नज़दीकियों के बीच, बांग्लादेश ने तुर्की से रिश्ते सुधारते हुए ञ्जक्च-2 बेकरतार ड्रोन खरीदे हैं और उन्हें भारत से लगी सीमाओं पर तैनात कर दिया है। यह घटनाक्रम भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान के लिए चिंता का कारण बन गया है।
शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का झुकाव इस्लामिक देशों की ओर बढ़ा है। इस कड़ी में, बांग्लादेश ने तुर्की से ञ्जक्च-2 बेकरतार ड्रोन प्राप्त किए हैं, जो लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम हैं। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन ड्रोनों को भारत की सीमा के पास तैनात किया गया है और पिछले कुछ दिनों में सीमा क्षेत्र में इनकी उड़ानें देखी गई हैं।ञ्जक्च-2 बेकरतार ड्रोन एक मध्यम ऊंचाई पर लंबी अवधि तक उड़ान भरने वाला मानवरहित हवाई वाहन (्रङ्क) है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह लगभग 27 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है और 8,230 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचने में सक्षम है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह ड्रोन संभावित रूप से अन्य देशों के लड़ाकू जेट विमानों तक को मार गिराने की क्षमता रखता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने भी इसी पीढ़ी के ड्रोन तुर्की से खरीदे हैं और दोनों देशों के बीच लंबे समय से मजबूत रक्षा संबंध रहे हैं। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के भडक़ाने पर तुर्की ने अतीत में संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की हैं।भारतीय सुरक्षा बलों ने इन ड्रोनों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखना शुरू कर दिया है और सीमा पर रडार सिस्टम स्थापित किए गए हैं ताकि इन उपकरणों की निगरानी की जा सके। रक्षा सूत्रों ने बताया है कि अब तक ये ड्रोन बांग्लादेशी हवाई क्षेत्र तक ही सीमित पाए गए हैं, लेकिन इनकी 20 घंटे तक की लगातार उड़ान क्षमता चिंताजनक है।
भारत की चिंताएं यहीं समाप्त नहीं होती हैं। मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने भारत से लगती सीमा पर पाकिस्तानी अधिकारियों के दौरे की अनुमति दी है, जिनमें इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से जुड़े लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि पाकिस्तान, जिसे भारत आतंकवाद का केंद्र मानता है, के अधिकारियों की सीमा क्षेत्र में उपस्थिति चिंताजनक है।
बांग्लादेश के बदलते रवैये पर भारतीय सरकार और सेना दोनों ही बारीकी से नजर रख रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बांग्लादेश द्वारा तुर्की से ड्रोन की खरीद और उन्हें सीमा पर तैनात करना, साथ ही पाकिस्तानी अधिकारियों की सीमा क्षेत्र में गतिविधियों को देखते हुए, भारत को सतर्क रहने और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।