जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नए श्रम कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार को उत्तरांचल बैंक इम्प्लायर्स यूनियन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। कहा कि कर्मिचारियों, श्रमिकों व किसानों के हित को देखते हुए जल्द कानून वापस होने चाहिए।
देश की 10 बड़ी ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आहूत की गई देशव्यापी हड़ताल के अंतर्गत उत्तराचंल बैंक इम्प्लायर्स यूनियन के बैनर तले सभी बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बदरीनाथ मार्ग स्थित सरकारी बैंक के बाहर प्रदर्शन किया। सदस्यों ने सरकार से नए श्रम कानूनों को वापस लेने की मांग की। कहा कि सरकार मजदूर और किसानों सहित कर्मचारियों के हित के खिलाफ फैसले ले रही है और बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचा रही है। यह हड़ताल सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ बड़ा कदम है। कहा कि केंद्र सरकार के चार नए श्रम कानून मजदूरों के हक छीन रहे हैं और नियोक्ताओं को जवाबदेही से बचा रहे हैं, जो मजदूरों के साथ नाइंसाफी है। बैंकों और अन्य सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों की भर्ती न करते हुए प्रतिष्ठानों के निजीकरण की तैयारी की जा रही है, जिसे कर्मचारी हित में नहीं कहा जा सकता। मौके पर बेरोजगारी दूर करने के लिए अधिक रोजगार सृजन करने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, रोजगार गांरटी योजना का मैदानी क्षेत्रों में भी विस्तार करने और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों का निजीकरण रोकने की मांग की गई। प्रदर्शन करने वालों में कोटद्वार स्थित सभी बैंकों के कर्मचारी व अधिकारी शामिल रहे।