बागेश्वर। मानसूनी बारिश से गरुड़ तहसील के ग्वाड़ पजेना में एक आवासीय मकान ध्वस्त हो गया। प्रभावित परिवार को पड़ोस में ठहराया गया है। वहीं रविवार की रात बागेश्वर और तहसील में भी बारिश हुई। इसके चलते जिले की 13 सड़कों पर सोमवार को भी यातायात ठप रहा। बंद सड़कों से ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। रविवार की रात को कपकोट में 15 और बागेश्वर तहसील में 10 मिमी बारिश हुई। गरुड़ तहसील के कुछ क्षेत्रों में भी जमकर मेघ बरसे। जिसके कारण ग्वाड़ पजेना गांव की पुष्पा देवी का आवासीय घर तीक्ष्ण रूप से ध्वस्त हो गया। मकान के भीतर रखा राशन, बिस्तर, कपड़े व अन्य जरूरी सामान मलबे में दब गया। प्रशासन की टीम ने मौका मुआयना किया। जिसके बाद परिवार ने अपने पड़ोस में शरण ली है। जिस घर में वह रह रहे हैं, उसमें भी बारिश के कारण दरार आ गई है। इधर परिवार की आर्थिक हालात भी ठीक नहीं है। प्रभावित परिवार ने जल्द मुआवजा देने की मांग की। इधर बारिश से मटेना गांव के पूरन राम का मकान भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को अहैतुक सहायता उपलब्ध करा दी है। नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
13 सड़कों पर यातायात ठप
बारिश के कारण जिले की 13 सड़कों पर सोमवार को भी यातायात ठप रहा। जिनमें एक जिला, एक राज्य और 11 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं। बंद सड़कों में बागेश्वर-दफौट, भानी-हरसिंग्याबगड़, सनगाड़-बास्ती, धपोली-जेठाई, विजयपुर-पैंसिया, अल्मोड़ा-ग्वालदम, कौसानी-भतड़िया, मल्लाडोबा-नौघरस्टेट, रौल्यांना-लोहागढ़ी, धमरघर-माजखेत, रिखाड़ी-वाछम, शामा-नौकोड़ी और बघर मोटर मार्ग शामिल हैं।
पांच दिन बाद हुई लाइन ठीक
आपदा से क्षतिग्रसत बिजली की लाइन को ऊर्जा विभाग ने पांच दिन बाद ठीक कर बिजली सुचारु की है। मालूम हो कि 19 अगस्त को भूस्खलन के कारण बिजली की लाइन ध्वस्त हो गई थी। इस कारण ग्राम पंचायत ग्वाड़ में बिजली गुल हो गई थी। सोमवार को जेई योगेश पांडे के नेतृत्व में लाइनमैन बसंत सिंह, शेरसिंह भाकुनी ने लाइन ठीक की।