बारिश में बढ़े सब्जियों के दाम, बिगड़ा रसोई का बजट

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। बारिश के कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। कई सब्जियों की आवक कम हो गई है। कुछ सब्जियां जल्दी सड़ जा रही है। इसके अलावा बरसात में बहुत लोग साग और पत्तियों वाली सब्जियों को खाने से परहेज कर रहे हैं। जो सब्जियां बाजार में उपलब्ध हैं, उनके दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसका सीधा असर थाली पर पड़ा है। रसोई का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है। इधर 15 दिन में सब्जियों की कीमत दो गुना तक बढ़ गई है। इन दिनों लौकी, बैंगन, भिंडी व टमाटर ही नहीं नींबू-मिर्च व लहसुन-अदरक के दाम भी आसमान पर हैं। इस कारण महिलाएं सब्जियों की खरीदारी तो कर रही हैं लेकिन सब्जी के विकल्प में दाल, मटर, सोयाबीन, चना व राजमा का ज्यादा इस्तेमाल कर रही हैं।
सप्ताह भर पहले टमाटर 30 रूपये किलो बिक रहा था जो अब 50 से 60 रूपये किलो हो गया है। शिमला मिर्च, लौकी, पत्ता गोभी के दामों में दो गुना तक इजाफा हुआ है। भिंडी, करेला, बैगन आदि के दामों ने भी महंगाई की तेज रफ्तार पकड़ी हुई है। सब्जी विक्रेता अहसान ने बताया कि बारिश के कारण सब्जियां प्रभावित हो गई हैं। इससे दाम बढ़ गए हैं। सब्जियों के दाम बढ़ने से एक बार फिर गृहणियों के रसाई का बजट बिगड़ गया है। बाजार में टमाटर 60 रुपए किलो बिका। जबकि प्याज के दाम 30 रुपए किलो हो गए। 30 रुपए किलो बिकने वाली हरी मिर्च 60 रुपए हो गई। हरी धनिया तो सौ से 120 रुपए प्रतिकिलो पर पहुंच गई है। लौकी गिलकी 40 रुपए के भाव बिक रही है। हरी मिर्च 100 रूपये, नीबू 100 रूपये, लौकी 30 रूपये, तोरी 30 रूपये, शिमला मिर्च 80 रूपये, प्याज 30 रूपये, अदरक 100 रूपये, आलू 40 रूपये किलो हो गये है। इसके अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं। गृहणी रेखा, अंजू, ममता, अनीता, रोशनी आदि ने बताया कि सब्जियों के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ गया है। पहले ही कोरोना महामारी के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे है और अब सब्जियों के दाम बढ़ने से परेशानी बढ़ गई है।

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