भविष्य में खतरनाक साबित हो सकता है पिथौरागढ़-घाट हाईवे
-2 एमएम बारिश में ही पहाड़ियां दरक रही
पिथौरागढ़। करोड़ों की लागत से बन रही पिथौरागढ़-घाट एनएच भविष्य में खतरनाक साबित हो सकती है। कटिंग के दौरान बेतरतीब लटकी पहाड़ियां कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। 2 एमएम बारिश में ही पहाड़ियां दरक रही हैं, ऐसे में आगामी मानसून काल में इस मार्ग में आवाजाही करना जोखिम भरा हो सकता है।
शुक्रवार सुबह एनएच में घाट के समीप पहाड़ी से मलबा गिर गया। इससे मैदानी क्षेत्र से जिला मुख्यालय व जिला मुख्यालय से मैदानी क्षेत्र जा रहे यात्रियों को खासी दिक्कत उठानी पड़ी। चालक नरेश ने बताया कि एक घंटे से अधिक समय तक आवाजाही बाधित रही। आवाजाही बंद होने से रसोई गैस, सब्जी के वाहन भी फंस गए। बाद में मशीन ने सड़क से मलबा हटाया, तब जाकर कहीं आवाजाही सामान्य हुई। आपदा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नगर में बीती रात महज दो एमएम बारिश हुई। ऐेस में पहाड़ियों से मलबा गिरना भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है। एनएच के मुताबिक पिथौरागढ़ से 30 किमी दूर घाट तक सड़क कटिंग का अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन मामूली बारिश में ही पहाड़ियां दरक रही हैं। मानसून काल में जब बारिश और भी अधिक होगी आवाजाही करने वाले यात्रियों की मुश्किलें गंभीर हो सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई स्थानों में बेतरतीब तरीके से पहाड़ कटिंग का कार्य हुआ है।