बीसीसीआई ने भारतीय घरेलू क्रिकेट ढांचे में बड़े बदलावों का किया ऐलान

Spread the love

मुंबई, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2025-26 घरेलू सत्र के लिए ढांचे में अहम बदलाव किए हैं और नए सत्र का पूरा कार्यक्रम भी जारी कर दिया है।
बीसीसीआई के मुताबिक अब दलीप ट्रॉफी एक बार फिर क्षेत्रीय टीमों के बीच खेली जाएगी, जिनका चयन जोनल चयनकर्ता करेंगे।
वहीं, रणजी ट्रॉफी में प्लेट और एलीट ग्रुप से सिर्फ एक-एक टीम को पदोन्नत और अवनत किया जाएगा। यह कदम घरेलू क्रिकेट को और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए उठाया गया है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अब नॉकआउट की जगह सुपर लीग स्टेज होगा।
ग्रुप स्टेज से क्वालीफाई करने वाली 8 टीमें 2 ग्रुप-ए और बी में बांटी जाएंगी। हर ग्रुप में 4 टीमें होंगी और सभी एक-दूसरे से मैच खेलेंगी।
दोनों ग्रुप की शीर्ष टीमें सीधे फाइनल खेलेंगी। यही नया प्रारूप सीनियर महिला टी-20 ट्रॉफी में भी लागू होगा।
बीसीसीआई का मकसद खिलाड़ियों को ज्यादा मुकाबले खेलने का मौका देना है।
विजय हजारे ट्रॉफी, सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी और पुरुष अंडर-23 स्टेट- ए ट्रॉफी में अब टीमों को पिछले साल की तरह नहीं बांटा जाएगा।
2024-25 तक इन टूर्नामेंटों में 8-8 टीमों के 3 और 7-7 टीमों के दो ग्रुप होते थे, लेकिन अब से 4 एलीट समूह और एक प्लेट समूह बनाया गया है।
टीमों को उनके अंक, जीत और नेट रन रेट जैसे पैमानों पर रैंक करके इन समूहों में रखा गया है।
जिन टीमों की रैंकिंग अंक, जीत और नेट रन रेट जैसे पैमानों पर सबसे कम रहती है, उन्हें सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में सीधे प्लेट समूह में भेजा जाएगा।
नया घरेलू सत्र 28 अगस्त 2025 से दलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होगा और 3 अप्रैल 2026 को सीनियर महिला अंतर-क्षेत्रीय मल्टी-डे ट्रॉफी के साथ समाप्त होगा।
बीसीसीआई का यह सत्र लगभग 5 महीने लंबा होगा और पूरे देश में विभिन्न मैदानों पर आयोजित किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *