न्यूयॉर्क , अगर आप भी मशरूम खाने के शौकीन हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। स्वाद के चक्कर में कहीं आप अपनी जान न जोखिम में डाल लें, क्योंकि अमेरिका से एक डराने वाली खबर सामने आई है। यहां जंगली मशरूम खाने से न केवल लोगों के लिवर डैमेज हो रहे हैं, बल्कि जान भी जा रही है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में जहरीले ‘डेथ कैपÓ मशरूम खाने से एक वयस्क की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने स्वास्थ्य चेतावनी जारी करते हुए लोगों को जंगली मशरूम न खाने की सख्त सलाह दी है।
कैलिफोर्निया के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में हाल ही में जहरीले मशरूम खाने से कई लोग गंभीर रूप से बीमार पड़े हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। इन मरीजों के लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा है और पॉइजन कंट्रोल सिस्टम ने अब तक अमाटॉक्सिन विषाक्तता के 21 मामले दर्ज किए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, यह सब ‘डेथ कैपÓ मशरूम का नतीजा है। यह जहरीला मशरूम दिखने और स्वाद में बिल्कुल सामान्य खाने योग्य मशरूम जैसा ही होता है, जिसके चलते लोग धोखे का शिकार हो जाते हैं। कैलिफोर्निया स्वास्थ्य विभाग की निदेशक एरिका पैन ने बताया कि इस मशरूम में खतरनाक विष होता है जो लिवर फेलियर का कारण बनता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस उच्च जोखिम वाले मौसम में जंगली मशरूम चुनने और खाने से पूरी तरह बचें।
बारिश के मौसम में इन जहरीले मशरूमों की पैदावार तेजी से बढ़ती है। मध्य कैलिफोर्निया के मॉन्टेरी काउंटी और सैन फ्रांसिस्को बे एरिया में पार्कों से तोड़े गए मशरूम खाने से कई लोग बीमार पड़े हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि एक मरीज को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है। आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2023 में अमेरिका के पॉइजन सेंटरों में अज्ञात मशरूम के संपर्क में आने के 4,500 से अधिक मामले सामने आए थे, जिनमें आधे से ज्यादा शिकार छोटे बच्चे थे जो खेल-खेल में इन्हें खा लेते हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस जहर की पहचान करना आम आदमी के बस की बात नहीं है। रंग देखकर इसके विषैलेपन का पता नहीं लगाया जा सकता और न ही इसे पकाने से इसका जहर खत्म होता है। खतरनाक बात यह है कि जहरीला मशरूम खाने के 24 घंटे के अंदर पेट में मरोड़, उल्टी या दस्त जैसे लक्षण दिखते हैं, जो दवा लेने पर कुछ समय के लिए ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन लक्षणों में यह सुधार धोखा हो सकता है, क्योंकि इसके बाद ही लिवर को असली नुकसान पहुंचना शुरू होता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने साफ कहा है कि किसी भी तरह के जंगली मशरूम से दूरी बनाए रखना ही समझदारी है।