-मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव बर्खास्त
बेंगलुरु, बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मची भगदड़ को लेकर कार्रवाइयों का दौर जारी है। कर्नाटक सरकार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव के गोविंदराज को बर्खास्त कर दिया है। वहीं, सूचना विभाग के प्रमुख हेमंत निंबालकर का तबादला किया गया है।
दूसरी ओर, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) ने मामले से खुद को अलग करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी), राज्य सरकार और कार्यक्रम के आयोजकों पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है।केएससीए ने एक बयान में कहा कि सम्मान समारोह के आयोजन में उसकी कोई भूमिका नहीं थी और न ही वह गेट या भीड़ प्रबंधन में शामिल था।
केएससीए ने कहा, कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया था। यह चिन्नास्वामी स्टेडियम में नहीं, बल्कि विधान सौधा में आयोजित किया गया था। स्टेडियम के साथ हमारी भागीदारी केवल किराये और क्रिकेट से संबंधित मामलों तक ही सीमित है।
केएससीए ने कहा, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में सरकार ने ही समारोह की सुविधा प्रदान की थी। आयोजन को उच्चतम स्तर पर आधिकारिक मंजूरी मिली हुई थी। हमें गेट और भीड़ नियंत्रण में चूक के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, जो स्पष्ट रूप से आरसीबी, आयोजकों और पुलिस के अधिकार क्षेत्र में थे। पुलिस हमें उन गलतियों के लिए पीड़ित नहीं कर सकती, जो स्पष्ट रूप से हमारी नहीं हैं।
कर्नाटक हाई कोर्ट से केएससीए पदाधिकारियों को राहत मिली है। कोर्ट ने किसी भी पदाधिकारी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। बता दें कि केएससीए ने अपने प्रबंधन और अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
कोर्ट ने कहा, अगली सुनवाई की तारीख तक कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, बशर्ते कि वे जांच में सहयोग करें।
कर्नाटक सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, के गोविंदराज को सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव के पद से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है। हालांकि, ये अब तक स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये कार्रवाई बेंगलुरु भगदड़ मामले में की गई है या किसी अन्य मामले में।
इससे पहले सरकार ने कब्बन पार्क थाने के इंस्पेक्टर, स्टेशन हाउस मास्टर और ऑफिसर, एसीपी, स्टेडियम प्रभारी और पुलिस कमिश्नर समेत कई अधिकारियों को सस्पेंड किया था।
मामले में आरसीबी के मार्केटिंग प्रमुख निखिल सोसाले को गिरफ्तार किया गया है।
सोसाले ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर गिरफ्तारी को अवैध और मनमानी बताया है।
याचिका में उन्होंने कहा, यह साफ है कि याचिकाकर्ता की गिरफ्तारी का समय और तरीका बताता है कि यह मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देश पर की गई, जिसमें जांच की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। यह गिरफ्तारी दुर्भावनापूर्ण है और ज?िम्मेदारी जबरन आरसीबी और उसके अधिकारियों पर डालने की कोशिश है।