बेटी को जबड़े में दाबकर जंगल जाने लगा तेंदुआ, मां और बहन ने बचाई जान
हल्द्वानी। मां व बहन के संग घास काटने जंगल गई किशोरी पर तेंदुए ने हमला कर दिया। बहन व मां ने अदम्य साहस दिखा किशोरी को खींचकर ले जा रहे तेंदुए के पीटे भागकर पथराव किया। इससे तेंदुआ घायल किशोरी को छोड़कर जंगल की ओर चला गया। घायल किशोरी को पीठ पर लादकर आते समय भी आधा किलोमीटर तक तेंदुए करते हुए आया। बहन व मां के लगातार पथराव करने के बाद उसने पीछा छोड़ा। घायल किशोरी को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्राम सभा गुजरौड़ा के मल्ला फतेहपुर में रहने वाले महेंद्र सिंह बोरा पशुपालक हैं। सोमवार की सुबह उनकी पत्नी सरस्वती बोरा, बेटी प्रियंका उर्फ पिंकी बोरा(15) व सुनीता बोरा(13) के साथ फतेहपुर जंगल में घास काटने गए थे। गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर जंगल के एक पेड़ में चढ़कर सरस्वती बोरा घास काट रही थी, जबकि प्रियंका और सुनीता जमीन में गिरी घास के पूले बांध रहे थे। करीब साढ़े 11 बजे झाडियों से अचानक आए तेंदुए ने प्रियंका पर हमला कर दिया। उसने अपने जबड़े में प्रियंका को फंसाया और जंगल की ओर खींचकर ले जाने लगा।
बहन पर तेंदुए का हमला देखते ही सुनीता ने साहस दिखाकर पथराव शुरू कर दिया। यह देख मां सरस्वती ने भी पेड़ से जमीन पर कूद लगा दी। दोनों मां बेटी जंगल की ओर प्रियंका को खींचकर ले जा रहे तेंदुए पर पीछा करते हुए पथराव करते रहे। करीब दो मीटर दूर जाकर तेंदुए ने प्रियंका को छोड़ दिया। मां सरस्वती ने बताया कि वह जख्मी प्रियंका को पीठ पर लादकर गांव की ओर ला रही थी।
आधा किलोमीटर तक तेंदुआ भी उनका पीछा करता रहा। एक स्थान पर तेंदुआ काफी करीब आ गया। मां-बहन ने घायल प्रियंका को एक पेड़ की आड़ में लिटाया और पथराव कर तेंदुए को भगाया। तीनों के गांव आते ही घटना का पता लगा तो ग्रामीणों में दहशत फैल गयी। ग्राम प्रधान रीतु जोशी की सूचना पर वन विभाग की टीम गांव पहुंच गयी। घायल प्रियंका को बेस अस्पताल में भर्ती कर उपचार कराया जा रहा है।