बेटियों के प्रति सोच बदलने की आवश्यकता
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। घर की पछयाण नौनी कु नौ के अंतर्गत सोमवार को ग्राम मल्ली में घर की बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगायी गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि पौड़ी विधायक मुकेश कोली ने कहा कि बेटियों के प्रति सोच बदलने की आवश्यकता है। सोच परिवर्तन कि इसी कड़ी में सरकार का यह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि शादी के बाद मायके और ससुराल दोनों घरों पर बेटी का अधिकार होना चाहिए। बेटियों के लिए शिक्षा को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग पौड़ी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत जनपद के गांवो में बेटियों को महत्व देने एवं उनके नाम से घर की पहचान कराने के उद्देश्य से बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगवायी जा रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को विकासखंड पौड़ी के ग्राम मल्ली में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी आशीष भट्टगांई ने जनपद में संचालित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात में अभी भी जनपद पीछे चल रहा है, जिसका कारण कहीं ना कहीं अभी भी लोगों की संकीर्ण सोच है, जिसे बदलने के लिए जनपद में विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच अपनाने की अपील भी की। इस अवसर पर ग्राम सभा बैंग्वाड़ी की प्रधान और तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित मधु कुकशाल, ग्राम प्रधान मल्ली उर्मिला देवी ने भी अपने विचार रखे। बाल विकास परियोजना अधिकारी मीना शाह ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि ग्राम मल्ली की 45 बेटियों के नाम से अब घर को जाना जाएगा। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद के सभी परियोजना क्षेत्रों में ये कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन वन स्टॉप सेंटर की रमन रावत पोली ने किया। कार्यक्रम में रेवती नन्दन डंगवाल, सुपरवाइजर मनोरमा चौहान, पौड़ी प्रमुख दीपक कुकशाल, क्रांति किशोर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती शामिल थे।