जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में गीता जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस दौरान कण्वाश्रम स्थित गुरुकुल महाविद्यालय में गीता के 15वें अध्याय का पाठ व यज्ञ किया गया। वहीं, हेमनदास सरस्वती शिशु मंदिर जानकीनगर में भी गीता जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम हुए।
गीता जयंती पर वैदिक गुरुकुल कण्वाश्रम व हेमनदास सस्वती शिशु मंदिर जानकीनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने गीता का पाठ कर उसके अर्थ को समझा। वक्ताओं ने कहा कि गीता हमें खुशहाल जीवन जीने की कला सिखाती है। सोमवार को प्रधानाचार्य मनमोहन नौटियाल व उनके शिष्यों ने गीता के 15वें अध्याय का पाठ किया। इसके उपरांत गीता के श्लोकों से हवन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान संस्कृत शिक्षक डा. कुलदीप मैंदोला ने गीता के महात्म्य पर प्रकाश डाल। मालिनी वैली कालेज के चेयरमैन योगंबर सिंह ने युवाओं को गीता पढ़ने की सीख दी। कहा कि गीता हमें बेहतर जीवन जीने की राह देती है। कार्यक्रम के दौरान गढ़वाली व कुमाऊंनी कीर्तन मंडली की ओर से भजनों की भी प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर डायरेक्टर स्वेता रावत, उषा रावत, डा. प्रभा जोशी, प्रकाश चंद्र, रूनुमी शर्मा, नूतन कुकरेती, मंजू कापरवान, बीना पांडेय आदि मौजूद रहे। वहीं, विद्या भारती से संबंध हेमनदास सरस्वती शिशु मंदिर जानकीनगर में भी गीता जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के अध्यक्ष सिया राणा ने विद्यार्थियों को गीता के श्लोकों का पाठ करवाया। इस मौके पर शिक्षक मनोज जोशी, सुनीता पंत, योगेश नेगी, पूजा चतुर्वेदी, हेमा पांडे आदि मौजूद रहे।