संवाददाता, भगवानपुर। भगवानपुर के औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों का संकट गहरा गया है। करीब 60 हजार श्रमिक यहां से पलायन कर चुके हैं, जो बचे हैं वह भी लगातार जाने की तैयारियों में हैं। औद्योगिक इकाईयों को श्रमिक नहीं मिल पा रहे हैं।
भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में वर्तमान में 315 छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाईयां उत्पादन करती हैं। करीब डेढ़ लाख श्रमिक यहां पर काम करते हैं। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के साथ ही औद्योगिक इकाईयों में उत्पादन बंद होना शुरू हो गया था। लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही कुछ लोग पैदल चल दिए तो कुछ साइकिल, बाइक और दूसरे वाहनों से निकल चुके है। लॉकडाउन के चौथे चरण के साथ ही सरकार ने भी श्रमिकों को भेजने की व्यवस्था की। ट्रेन, बसों से श्रमिकों को भेजा जा रहा है। वहीं सरकार की ओर से चौथे चरण में सरकार ने औद्योगिक इकाईयों को कुछ शर्तों के साथ उत्पादन करने की इजाजत दे दी है। बावजूद इन औद्योगिक इकाईयों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। भगवानपुर औद्योगिक एसोसिएशन के सचिव गौतम कपूर ने बताया कि करीब डेढ़ लाख श्रमिक विभिन्न इकाईयों में काम करते हैं। 60 हजार से अधिक श्रमिक प्रदेश और गांव को लौट चुके हैं। जो बचे हैं, वह भी लगातार जाने की तैयारियां कर रहे हैं। इसकी वजह से सीमेंट उद्योग, प्लाई , प्लास्टिक उद्योग, इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक उद्योग एवं दवा कंपनियों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो चुका है। श्रमिकों का पलायन जारी रहा तो इससे संकट गहरा जाएगा। उद्यमी भी श्रमिकों को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। सरकार को भी इस दिशा में कदम उठाना चाहिए।