भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : डांडामंडी के बागी में सोमवार को भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। बैंड बाजों के साथ गांव तक शोभायात्रा निकाली गई।
कथा के पहले दिन आचार्य देवी प्रसाद भट्ट ने भागवत कथा के महत्व के बारे में बताया। ग्रंथ का प्रारंभ भागवत माहात्म से हुआ। जिसमें देवर्षि नारद की भक्ति से भेंट होती है, भक्ति के दोनों पुत्र ज्ञान और वैराग्य वृद्धावस्था और कमजोरी की हालत में होते हैं। नारद उन्हें इसका उपचार बताते हैं। इसके बाद गोकर्ण और धुंधुकारी की कथा है। कथा व्यास वेदाचार्य पंडित देवी प्रसाद भट्ट ने अपने प्रवचनों में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत पुराण की जानकारी देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है। कथा सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। कथा के अंत में प्रसाद वितरण के साथ सामूहिक आरती हुई। इस दौरान आचार्य दीपक ध्यानी समेत बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।