केदारनाथ मंदिर के प्रतीकात्मक निर्माण पर भड़की भैरव सेना
देहरादून( दिल्ली में ज्योतिर्लिंग धाम श्री केदारनाथ के प्रतीकात्मक निर्माण के विरोध में भैरव सेना के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लैंसडोन चौक पर प्रदर्शन किया। सरकार से ट्रस्ट का पंजीकरण निरस्त करने की मांग की। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी मौजूद रहा। क्षेत्रीय संगठन भैरव सेना के गढ़वाल संभाग सचिव गणेश जोशी के नेतृत्व में कई भैरव सैनिक लैंसडोन चौक पर एकत्रित हुए। उन्होंने विरोध स्वरूप नारेबाजी के साथ मंदिर निर्माण करवाने वाले ट्रस्ट के ट्रस्टियों की संकेतात्मक अंत्येष्टि कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। इसके माध्यम से दोषी ट्रस्टियों के ट्रस्ट का पंजीकरण निरस्त करने के साथ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के तहत उचित कार्यवाही की मांग की। इस दौरान सभी ने चेतावनी दी कि भविष्य में कोई इस तरह का दुस्साहस न करे। भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम का प्रतीकात्मक निर्माण दिल्ली जैसे क्षेत्र में करवाना केदारनाथ धाम का अपमान है। उन्होंने कहा कि केदारघाटी में श्री केदारनाथ भगवान स्वयंभू शिवलिंग के रूप में पूजे जाते हैं। श्री केदारनाथ धाम में आस्था रखने वाले भक्त कहीं धाम को कहीं और बनने नहीं देंगे। प्रदेश अध्यक्ष काजल चौहान ने कहा की ट्रस्ट के ट्रस्टी को आंदोलन की चेतावनी दी। केन्द्रीय सचिव संजय पंवार ने कहा की लगातार उत्तराखंड के तीर्थ और धामों पर कुठाराघात हो रहा है। जिलाध्यक्ष अन्नू राजपूत ने कहा कि यदि मंदिर निर्माण पर रोक नहीं लगी तो संगठन प्रदेश व्यापी आन्दोलन के साथ दिल्ली कूच पर भी विचार करेगा। इस दौरान चतुरानंद मलेठा, आशीष राणा, प्रेम शंकर, राजकुमार, अभिषेक राजपूत, जितेंद्र सिंह नेगी, रीमा सिंह, सरस्वती देवी, अजीत बिष्ट, अमन राजपूत आदि मौजूद थे।