भारत और बांग्लादेश के बीच कई समझौते, तीसरी यात्री ट्रेन की शुरुआत, दौरा समाप्घ्त कर दिल्ली रवाना हुए पीएम मोदी
ढाका, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस वार्ता में दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की मौजूद्गी में ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ। प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय दौरे को खत्घ्म करके शनिवार देर शाम को ढाका से नई दिल्घ्ली के लिए रवाना हो गए।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत की ओर से 12 लाख कोविड-19 वैक्सीन की डोज उपहार के रूप में भेंट की। पीएम नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को 109 जीवनरक्षक एंबुलेंस भी सौंपी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शेख हसीना ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ढाका और न्यू जलपाईगुड़ी को आपस में जोड़ने वाली एक नई यात्री ट्रेन का उद्घाटन किया। दोनों देशों के बीच यह तीसरी यात्री ट्रेन है। दोनों देशों के बीच पहले से दो ट्रेनें मैत्री एक्सप्रेस (ढाका-कोलकाता) और बंधन एक्सप्रेस (खुलना-कोलकाता) चलती हैं। यह नई यात्री ट्रेन बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जयंती और बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती के मौके पर शुरू की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी और बंग्घ्लादेश की पीएम शेख हसीना के बीच हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भारत की श्नेबरहुड फर्स्ट पलिसीश् की सराहना की है। पीएम मोदी और शेख हसीना ने शनिवार को बंगबंधु-बापू डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। हम इस प्रदर्शनी को कई देशों में ले जाने की योजना बना रहे हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई। भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि पीएम मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छह दिसंबर को श्मैत्री दिवसश् के रूप में मनाने का फैसला किया है। इसी दिन भारत ने औपचारिक रूप से बांग्लादेश को एक मुल्घ्क के तौर पर मान्यता दी थी। पीएम मोदी और शेख हसीना के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे दोनों देश 1971 की विरासत को संरक्षित कर सकते हैं।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत और बांग्लादेश अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को राजी हैं। बैठक में तीस्ता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को पूरा करने के लिए भारत के ईमानदार और निरंतर प्रयासों को दोहराया। श्रृंगला ने बताया कि भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के पानी के बंटवारे के मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने का भी अनुरोध किया। ठठड समूह के तहत भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के बीच बहुत सक्रिय सहयोग है। बैठक में मोटर वाहन समझौते पर भी बात हुई। भारत अपनी जमीन से भूटान और नेपाल को बांग्लादेशी निर्यात की सुविधा दे रहा है।
विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देश असैन्य परमाणु सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हैं। रूपपुर न्यूक्लियर पवर प्लांट की ट्रांसमिशन लाइनों को भारतीय कंपनियों द्वारा विकसित किया जाएगा। इस पर एक अरब डलर से अधिक लागत आएगी। प्रतिनिधिमंडल स्घ्तर की बातचीत में वाणिज्य और संपर्क, सहयोग और जल संसाधन, सुरक्षा, रक्षा, शक्ति और ऊर्जा जैसे मसलों पर चर्चा हुई। यही नहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पर्यावरण, परमाणु ऊर्जा के सामाजिक अनुप्रयोग आदि पर भी वार्ता हुई़.़
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सत्खिरा स्थित प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की। प्रधानमंत्री मोदी ने जशोरेश्वरी काली मंदिर में संपूर्ण मानव जाति के कल्याण की कामना की। मालूम हो कि कई शताब्दियों पुराना यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। मंदिर पहुंचने पर पीएम मोदी का शंख बजाकर भव्य स्वागत किया गया। उन्हें तिलक भी लगाया गया। प्रधानमंत्री ने मां काली को एक मुकुट, साड़ी एवं अन्य पूजन सामग्रियां अर्पित कीं। उन्होंने मंदिर की परिक्रमा भी की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे 51 शक्तिपीठों में से एक मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। आज पूरी मानव जाति कोरोना के कारण अनेक संकटों से गुजर रही है। मां काली से यही प्रार्थना है कि पूरी मानव जाति को कोरोना के इस संकट से जल्द से जल्द मुक्ति दिलाएं। प्रधानमंत्री ने सर्वे भवंतु सुखिनरू और वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र को भारतीय संस्ति की विरासत बताई। पीएम मोदी ने यहां एक सामुदायिक केंद्र के निर्माण की जरूरत बताई। उन्घ्होंने कहा कि भारत सरकार यहां इसके निर्माण का काम करेगी ताकि यह श्रद्घालुओं के उपयोग में आए।
प्रधानमंत्री मोदी ने गोपालगंज जिले के तुंगीपाड़ा स्थित बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के स्मारक का दौरा भी किया। पीएम मोदी ने उनकी समाधि पर श्रद्घांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ऐसा करने वाले पहले विदेशी प्रधानमंत्री हैं। बंगबंधु स्मारक परिसर पहुंचने पर पीएम मोदी का बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्वागत किया। शेख हसीना शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ समय मौन भी रखा। इस दौरान बांग्घ्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने फातिहा पढ़ा।
प्रधानमंत्री मोदी मतुआ सम्प्रदाय के आध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर की जन्मस्थली ओराकांडी के एक मंदिर भी गए और वहां पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री ने वहां मतुआ समुदाय के लोगों से संवाद किया। उन्घ्होंने कहा कि अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह भारत और बांग्लादेश स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ओराकांडी में एक प्राथमिक विद्यालय और लड़कियों के एक माध्यमिक विद्यालय को विकसित करेगी। मौजूदा वक्त में भारत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। बांग्लादेश इसमें सहयात्री है।