भारत में हर चौथा व्यक्ति हो चुका है संक्रमित, सीरो सर्वे से संकेत, 30 करोड़ से ज्यादा हो सकती है संक्रमितों की असल संख्या
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी की चपेट में आने वाले लोगों का आंकड़ा 1़08 करोड़ है। परंतु, हाल ही में सरकारी एजेंसी की तरफ से कराए गए सीरो सर्वेक्षण के नतीजों से जो संकेत मिले हैं, उसके मुताबिक देश में कोरोना संक्रमितों की वास्तविक संख्या सरकारी आंकड़े से कहीं बहुत ज्यादा 30 करोड़ हो सकती है। इसके मुताबिक देश का हर चौथा व्यक्ति इस महामारी की चपेट में आ चुका है। इस सर्वेक्षण से जुडे एक सूत्र ने यह जानकारी दी है।
दुनियाभर में अभी अमेरिका में संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा (2़70 करोड़) है। दूसरे नंबर भारत है। ये संकेत तब मिले हैं, जबकि पिछले हफ्ते एक निजी संस्था की तरफ से कराए गए सर्वेक्षण की तुलना में यह सर्वेक्षण बहुत सख्त मानकों के आधार पर किया गया है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने यह सीरो सर्वेक्षण किया है। आधिकारिक तौर पर वह गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसके नतीजे जारी करेगी। आधिकारिक तौर पर सर्वेक्षण के नतीजे नहीं जारी किए गए हैं, इसलिए सूत्र ने अपनी पहचान उजागर करने से इन्कार कर दिया। उसने यह भी नहीं बताया कि यह सर्वेक्षण कितने लोगों पर किया गया है।
आबादी में किसी बीमारी के प्रसार का आकलन करने के लिए सीरो यानी सीरोलजिकल सर्वेक्षण किया जाता है। यह उस बीमारी के वायरस के खिलाफ पैदा होने वाली विशिष्ट एंटीबडी की मौजूद्गी का पता लगाकर किया जाता है। सीरो सर्वेक्षण के लिए किसी क्षेत्र की आबादी के बीच से रैंडमली लोगों के रक्त के नमूने लेकर उनकी जांच की जाती है।
आइसीएमआर ने पिछले साल अगस्त और सितंबर में सीरो सर्वेक्षण किया था, जिसमें 10 साल से अधिक उम्र के 29,000 लोगों के रक्त के नमूनों की जांच की गई थी। आइसीएमआर ने तब कहा था कि हर 15वें व्यक्ति में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबडीज पाई गई थी। अधिक घनी आबादी वाले शहरी झोपड़पट्टी इलाके में हर छठे व्यक्ति में इस वायरस के खिलाफ एंटीबडीज का पता चला था।
दिल्ली सरकार ने इसी हफ्ते एक सीरो सर्वेक्षण के नतीजे जारी किए हैं, जिसके मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी की कुल दो करोड़ आबादी में से आधे से अधिक लोग कभी न कभी कोरोना महामारी की चपेट में आकर ठीक हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए देश की निजी क्षेत्र की डायग्नोस्टिक कंपनी थायरोकेयर टेक्नोलजी ने सात लाख लोगों की जांच की थी। कंपनी के प्रमुख ने पिछले हफ्ते रायटर को बताया कि इस जांच में पता चला था कि 55 फीसद आबादी पहले ही संक्रमित हो चुकी होगी।