भर्ती निरस्त होने पर भड़के अभ्यर्थी, कर्मचारियों को दौड़ाया
देहरादून। सहकारिता विभाग की ओर से प्रदेशभर के जिला सहकारी बैंकों (डीसीबी) में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पदों पर होने जा रही भर्ती निरस्त कर दी गई है। मंगलवार को जैसे ही इसकी सूचना अभ्यर्थियों को मिली। अभ्यर्थियों ने दून के लक्ष्मण विद्यालय में चल रही भर्ती प्रक्रिया में जुटे बैंक कर्मचारियो को वहां से दौड़ा दिया। कर्मचारियों ने भर्ती स्थल से बमुश्किल भाग कर जान बचाई। प्रदेश के 10 डीसीबी में करीब 400 पदों पर यह भर्ती होने जा रही थी। कई जिलों में तो भर्ती प्रक्रिया के लिए कार्यक्रम जारी हो चुका था। वहीं कई जिलों में भर्ती प्रक्रिया के लिए फार्म भर चुके थे और कुछ में परीक्षा अंतिम चरण में चल रही थी, जिसके तहत शारीरिक परीक्षा ली जा रही थी। निबंधक सहकारिता बीएम ने बताया कि अपरिहार्य कारणों से यह परीक्षा रद की जा रही है । हालांकि, इस फैसले को हरिद्वार, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर के शिकायती पत्र से जोड़कर देखा जा रहा है। विधायक ने भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी होने की आशंका जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। विधायक का आरोप है कि जिला सहकारी बैंक, हरिद्वार के अध्यक्ष अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उन्हें भर्ती कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से हरिद्वार की भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग की थी, लेकिन निबंधक सहकारिता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रदेश में ही भर्ती निरस्त कर दी है।
कर्मचारियों ने भाग कर बचाई जान: देहरादून के लक्ष्मण विद्यालय में 12 मार्च से सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। जिसमे मंगलवार को फिजिकल लिया जाना था। लेकिन बैंक प्रबंधन द्वारा भर्ती रद करने का निर्णय लिया गया। जिससे अभ्यर्थियों में रोष उठ गया। ऐसे में अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में ड्यूटी दे रहे जिला सहकारी बैंक के कर्मचारियों से झगड़ने लगे। कमर्चारियों ने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन अभ्यार्थी आग बबूला हो उठे। बैंक कर्मचारियों ने लक्ष्मण विद्यालय से भागकर पाम पैलेस में छुपकर जान बचाई। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर अभ्यर्थियों को समझाया। वहीं देर शाम तक अभ्यर्थी कचहरी स्थित डीसीबी की मुख्य शाखा के बाहर प्रदर्शन करते रहे।