भाषण प्रतियोगिता में अमृता, पीयूष, सलोनी अव्वल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। डॉ. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार गढ़वाल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में अमृता नेगी एमएससी तृतीय सेम वनस्पति विज्ञान ने प्रथम, पीयूष सुन्दरियाल एमए प्रथम सेम हिंदी ने द्वितीय, और सलोनी कुलाश्री बीएड प्रथम वर्ष स्ववित्त पोषित ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के विजेताओं को प्राचार्या ने पुरस्कृत किया।
राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा ‘भारतीय गणतंत्र के 72 साल और महिला सशक्तिकरण’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में महाविद्यालय के सभी संकायो के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता संयोजक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि भारत के संविधान लागू होने के बाद महिलाओं को संविधान के माध्यम से कई अधिकार दिए गए हैं, जिनसे महिलाएं सशक्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान में महिलाओं को वोट देने का अधिकार शुरू में ही दे दिया गया था, जबकि विश्व के कई विकसित देशों में महिलाओं को वोट देने का अधिकार बहुत बाद में दिया गया। जिससे पता चलता है कि भारतीय संविधान निर्माता महिलाओं को सशक्त करने के लिए प्रयासरत थे। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. जानकी पंवार ने कहा कि भारतीय संविधान के माध्यम से महिलाओं को बहुत से अधिकार प्रदान किए गए हैं, बस आवश्यकता है तो महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागृत होने की। वर्तमान समय में महिलाएं कई उच्च पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को बेचारी के खोल से आगे निकलकर स्वयं को साबित करना होगा और आगे बढ़ना होगा। उन्होंने महिलाओं के विकास में पुरुष की भागीदारी पर भी जोर देते हुए कहा कि समाज रूपी गाड़ी के लिए इन दोनों पहियों की आवश्यकता है, इन दोनों पहियों के बिना समाज और परिवार आगे विकास नहीं कर सकता है। इसलिए महिलाओं को पुरुषों के साथ में चलना होगा। निर्णायक मंडल में डॉ. लता कैड़ा, डॉ. नीता भट्ट, डॉ. ऋचा जैन शामिल थे। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ. सीमा चौधरी, डॉ. अजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।