भेल की 13 यूनियनों का प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया
हरिद्वार। भेल की हीप और सीएफएफपी की 13 यूनियनों ने सोमवार को फाउंड्री गेट पर भेल प्रबंधन और इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि भेल प्रबंधन द्वारा बीती 12 नवंबर जेसीएम बैठक में पीपी, बोनस एवं पर्क्स डीए कटौती आदि प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा तक नहीं की गई। इस दौरान हेवी इलेक्ट्रिकल वर्कर्स ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष व पूर्व विधायक रामयश सिंह ने कहा कि भेल प्रबंधन द्वारा 12 नवंबर को हुई जेसीएम में पीपी, बोनस पर चर्चा तक नहीं की गई। जबकि उसके उलट अधिकारियो को पीआरपी के नाम पर 50 हजार से डेढ़ लाख तक का भुगतान किया गया। इससे प्रबंधन की मजदूर विरोधी सोच उजागर होती है और भेल प्रबंधन ने भेल के मजदूरों को दिवाली से पूर्व पीपी और बोनस का भुगतान नहीं किया। उन्होंने कहा कि भेल प्रबंधन ने शीघ्र पीपी एवं बोनस का भुगतान नहीं किया तो भेल में होने वाली औद्योगिक अशांति के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार प्रबंधन होगा। हेमू के अध्यक्ष करण सिंह नायक ने कहा कि भेल में जिन कर्मचारियों की कोरोना महामारी से मृत्यु हुई है उनके आश्रितों को तत्काल स्थाई नौकरी दी जाए और 50 लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। बीएमएस हीप के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि विगत 7 माह से कर्मचारियों के 50 फीसदी पर्क्स एवं डीए सीज हैं। इस कटौती को तत्काल बंद करते हुए एक दिसंबर 2020 से एरियर सहित भुगतान होना चाहिए। भेल कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि भेल कर्मचारियों के लिए तत्काल एक करोड़ रुपये का टर्म इंश्योरेंस की स्कीम लागू की जाए।
प्रदर्शन में एचईडब्ल्यूटीयू के महामंत्री विकास सिंह, बीएमएस हीप के महामंत्री संदीप कुमार, हेमू के महामंत्री मोहित शर्मा, बीकेपी के महामंत्री अमित कुमार, बीएमएस सीएफएफपी के महामंत्री पवन कुमार, बीएसयू हीप के महामंत्री अरविंद कुमार, एसयू हीप के महामंत्री आशीष सैनी, प्रीतम सिंह, अमित गोगना, जयशंकर, रविंद्र कुमार, रवि कश्यप, अरुण गुप्ता, सुभाष पुरोहित, करण सिंह नायक, रामकुमार, वीरेंद्र अवस्थी, पारितोष कुमार, हरबंस, फूल सिंह, मेहर सिंह, अब्बास, विकास, आदेश कुमार आदि शामिल रहे।