इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा: कन्यापूजन के दौरान बावड़ी धंसी, 50 से ज्यादा गिरे, 13 की मौत, 25 अभी भी लापता
इंदौर , एजेंसी। इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने 12 की मौत की जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि 11 की लाश बावड़ी से निकाली। दो घायलों की अस्पताल में मौत हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है। उधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे की भयावहता देखकर लग रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। फिर भी स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और दस लोगों को बाहर खींच लिया। घायलों को एप्पल हॉस्पिटल लेकर जाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। राहत एवं बचाव कार्यों को गति दे दी गई है। वहीं, मंदिर के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि बावड़ी अवैध रूप से बनाई गई है, कई बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की जा चुकी है।
इंदौर में हुई घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 13 लोगों के मरने की दुखद खबर मिली है। 1 बच्ची भी लापता बताई जा रही है। उसकी तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने दिए हादसे को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रधानमंत्री ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की है। कल गृह मंत्री मिश्रा इंदौर पहुंचेंगे।
हादसे में 13 लोगों के मौत की सूचना है। इसमें 11 महिलाएं हैं तो 1 पुरुष। घायलों को पास के एप्पल हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया है। जबकि गंभीर घायलों को एमवाय अस्पताल में ले जाया गया है। हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हालांकि, पानी कम था, जिससे गिरने के बाद भी लोग अंदर खड़े दिखे। पर एक के ऊपर एक गिरने से लोग घायल हुए हैं।
इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने बताया कि 19 लोगों को रेस्क्यू कर के सुरक्षित बाहर निकाला गया है। जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कठोरतम धाराओं में केस दर्ज होगा। घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों और मृत परिवार को सहायता राशि दी जाएगी।
लोगों ने बताया कि जिस बावड़ी में लोग गिरे हैं, उसमें करीब 10 फीट पानी भरा है। लोग गिरे, ऊपर से मलबा गिरा। इस वजह से जो लोग नीचे गिरे, उनकी मौत हुई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। प्रशासन अब बावड़ी का पानी खाली कराने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद फिर गिरे लोगों की तलाश की जाएगी। बताया जा रहा है कि टीम ने जो नजर आ रहे थे वे सभी शव निकाल लिए हैं।
हादसे में बचाए गए घायलों की लिस्ट जो एप्पल अस्पताल में भर्ती हैं-
भारती गुलानी (28), महेश कौशल (49), रौनक पाल (37), ज्योति पटेल (55), लक्ष्मीनारायण शर्मा, ललित सेठिया (44), बेबी अलिना (7), बेबी वेदा (3), मुरली सबनानी (54), शांता पटेल (57), भावेश पटेल (37), लक्ष्मण दलवानी (53), पंकज पटेल (47), दीपा खानचंदानी (52), माया गुलानी (48), नंदनी दशोरे (15), आकाश मोटवानी (25), कनक पटेल (32)।
मंदिर के अंदर बनी है बावड़ी
दरअसल, मंदिर में ही एक बावड़ी है, जिसकी छत धंस गई। उस समय मंदिर में हवन हो गया था और लोग बावड़ी पर बैठे थे। वजन बढ़ने से अचानक बावड़ी की छत भरभराकर ढह गई। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नीचे गिर गए। गिरने वालों में कुछ बच्चियां भी बताई जा रही हैं। रामनवमी होने से मंदिर में भीड़ भी अधिक थी। राहत की बात यह है कि स्थानीय लोगों ने तत्काल सक्रियता दिखाई और करीब दस लोगों को बाहर निकाल लिया।
वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
अब तक दस लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। एसडीआरएफ की टीम भी फंसे लोगों को निकाल रही है। मंदिर से सभी श्रद्धालुओं को बाहर कर दिया गया है। एंबुलेंस भी पहुंच गई है। अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि जो लोग बाउडी में गिरे हैं, उनकी स्थिति कैसी है। उन्हें रस्सी से खींचकर बाहर निकालने का प्रयास भी किया जा रहा है।