देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को एलान किया कि राज्य में उपनिवेशवाद यानी गुलामी के सभी प्रतीकों के नाम बदले जाएंगे। उन्होंने कहा- मैंने निर्देश दिया है कि राज्य में उपनिवेशवाद के सभी प्रतीकों का दोबारा नामकरण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद देश में उपनिवेशवाद के सभी प्रतीकों को बदला जा रहा है। उत्तराखंड में सड़कों और शहरों के नाम अंग्रेजों के जमाने के हैं जिनको बदला जाएगा। हमने निर्देश दिए हैं कि राज्य कि उपनिवेशवाद के सभी प्रतीकों का नाम बदल दिया जाए। सनद रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेभी अपने सूबे में कई स्थानों के नाम बदले हैं।
धामी ने शनिवार को सूरजकुंड से लौटने के बाद यह बयान दिया। बता दें कि हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यों के गृह मंत्रियों की बैठक आयोजित थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह बयान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करने और कर्तव्य पथश् का उद्घाटन करने के महीनों बाद आया है। कर्तव्य पथ को पहले राजपथ कहा जाता था। मालूम हो कि इस साल उत्तराखंड को केदारनाथ, यमुनोत्री यात्रा से 211 करोड़ रुपये की आय हुई है। धामी ने कहा- इस बार चार धाम यात्रा काफी सफल रही है। राज्य सरकार समेत यात्रा से जुड़े हर वर्ग कोभी अच्छी आमदनी हुई है।
गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी बंसीधर तिवारी ने शुक्रवार को बताया था कि उत्तराखंड ने इस साल केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा से करीब 211 करोड़ रुपये की आमदनी की है। केदारनाथ यात्रा के दौरान घोड़ों, खच्चरों और हेलीकप्टर सेवाओं से बंपर कमाई के बारे में एजेंसी से बात करते हुए बंसीधर तिवारी ने कहा- इस बार केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा में लगभग 211 करोड़ की आय केवल घोड़े-खच्चरों, हेलीकप्टर सेवाओं और दांडी-कंडी यात्रा किराए से हुई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से नोट पर लक्ष्मी गणेश की तस्वीर की मांग किये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तराखंड के सीएम ने कहा- केजरीवाल यह सब समाज के एक खास वर्ग के लोगों को खुश करने के लिए कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को हिमाचल प्रदेश में प्रचार करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की तरह हिमाचलभी देवभूमि है। हिमाचल प्रदेश मेंभीभारी बहुमत सेभारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।