बड़ी खबर :: बेस अस्पताल के आउटसोर्स कर्मियों को राहत, बढ़ा कार्यकाल
– आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहा था 18 आउटसोर्स कर्मियों का अनुबंध
-अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराने का जताया जाने लगा था अंदेशा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बेस अस्पताल कोटद्वार के आउटसोर्स कर्मियों को बड़ी राहत मिली है। अस्पताल के 18 आउटसोर्स कर्मियों की आगामी 31 मार्च के बाद सेवाएं समाप्त की जा रही थीं। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश पनपने लगा था। वहीं, अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी चरमराने का अंदेशा जताया जाने लगा था। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए बेस अस्पताल कोटद्वार के प्रमुख अधीक्षक कुमार आदित्या तिवारी ने शुक्रवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की और समस्याओं से अवगत कराया। जिसके बाद इन सभी कर्मचारियों का कार्यकाल तीन माह के लिए बढ़ा दिया गया है। जिससे इन कर्मचारियों के साथ ही अस्पताल प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
बता दें कि राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के प्रमुख अधीक्षक की ओर से आउटसोर्स कर्मियों को जारी पत्र में कहा गया था कि राज्य सरकार द्वारा चिकित्सालय में मरीजों के लिए कई सेवाओं को निशुल्क कर दिया गया है। जिससे चिकित्सालय को प्राप्त होने वाले यूजर्स चार्जेस में भारी कमी आ रही है। ऐसे में आउटसोर्स से तैनात कर्मियों को मानदेय का भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है। जिस कारण इन कर्मियों की सेवाओं को 31 मार्च 2022 से आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। इसलिए आउटसोर्स से तैनात 18 कर्मियों की सेवाओं को समाप्त किया जा रहा है। प्रमुख अधीक्षक के इस पत्र के बाद आउटसोर्स कर्मियों में आक्रोश पनपने लगा था। वहीं, अस्पताल प्रशासन को भी चिंता सताने लगी थी कि इतने कर्मचारियों की एक साथ सेवा समाप्त होने से किस प्रकार अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को संभाला जाएगा। प्रमुख अधीक्षक कुमार आदित्य तिवारी का कहना है कि उन्होंने इस मुद्दे को जिलाधिकारी के सामने प्रमुखता से रखा, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी कर्मचारियों का कार्यकाल बढ़ाने के निर्देश दे दिए।
कोरोना ड्यूटी में लगे कार्मिकों की अचानक सेवा समाप्ति से हो सकती है परेशानी
अस्पताल प्रशासन के अनुसार कोरोनाकाल में बेस अस्पताल में करीब 50 कर्मचारियों को संविदा पर कोरोना ड्यूटी पर लगाया गया था। जिससे कोरोना के दौरान व्यवस्था बनाने में काफी हद तक मदद मिली थी। अब इन सभी कर्मचारियों का 31 मार्च 2022 को अनुबंध समाप्त हो रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इन कर्मचारियों की सेवा विस्तारीकरण के संबंध में शासन की ओर से कोई आदेश प्राप्त न होने के चलते सभी की सेवाएं आगामी 31 मार्च के बाद समाप्त की जा रही हैं। बेस अस्पताल के इमरजेंसी प्रभारी फार्मासिस्ट डीएस नेगी का कहना है कि इतने कर्मचारियों की एक साथ सेवा समाप्ति से कर्मचारियों की भारी कमी हो जाएगी और इमरजेंसी समेत अन्य व्यवस्थाएं चरमरा जाएंगी।
18 आउटसोर्स कर्मियों के हटने से इन सेवाओं पर पड़ता असर
अस्पताल प्रशासन ने आउटसोर्स से डाटा ऑपरेटर, डाटा ऑपरेटर अल्ट्रासाउंड, डाटा ऑपरेटर जन्म-मृत्यु, डाटा ऑपरेटर ओपीडी रजिस्ट्रेशन, वार्ड आया, कक्ष सेवक, इलैक्ट्रीशियन, सुरक्षा गार्ड, फार्मासिस्ट आदि पदों पर कर्मियों को तैनात किया है। जिससे काफी हद तक बेस अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आया है। अब अचानक इन सभी पदों से उक्त कर्मियों को हटाए जाने से इन सेवाओं पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था।