पनडुब्बी में नहीं जाना चाहता था अरबपति का बेटा सुलेमान, पिता की जिद पर माना; चली गई जान!
लंदन, एजेंसी। टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने टाइटन पनडुब्बी में सवार होकर गए सभी यात्रियों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में पाकिस्तानी मूल के अरबपति शहजादा दाऊद और उनके 19 वर्षीय बेटे सुलेमान दाऊद की भी मौत हो गई है। गुरुवार को शहजादा दाऊद की बड़ी बहन ने बताया कि सुलेमान इस सफर पर जाना ही नहीं चाहता था और वह तो इसे लेकर डरा हुआ था!
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, शहजादा दाऊद की बड़ी बहन अजमेह दाऊद ने बताया कि सुलेमान ने एक रिश्तेदार को बताया था कि वह इस ट्रिप को लेकर रोमांचित नहीं है बल्कि डरा हुआ है। अजमेह ने बताया कि जिस दिन ये लोग पनडुब्बी से समुद्र की गहराई में उतरे, उसी हफ्ते फादर्स डे था और सुलेमान अपने पिता को खुशी देना चाहता था क्योंकि शहजादा दाऊद चाहते थे कि उनका बेटा भी उनके साथ टाइटैनिक का मलबा देखने समुद्र की गहराई में चले। शहजादा दाऊद इस ट्रिप को लेकर बेहद रोमांचित थे और इसी वजह से सुलेमान अपने पिता को निराश नहीं करना चाहता था।
अजमेह दाऊद ने बताया कि शहजादा दाऊद बचपन से ही टाइटैनिक जहाज को लेकर काफी जुनूनी रहते थे। टाइटैनिक जहाज के डूबने की घटना पर आधारित ब्रिटिश ड्रामा ‘ए नाइट टू रिमेंबर’ के भी वह प्रशंसक थे। शहजादा दाऊद को समुद्री म्यूजियम देखना भी पसंद था। यही वजह है कि जब उन्हें पता चला कि उनके भाई ने ओशनगेट मिशन के लिए करोड़ों रुपए का टिकट खरीदा है तो उन्हें बिल्कुल भी आश्चर्य नहीं हुआ।
बता दें कि शहजादा दाऊद का ताल्लुक पाकिस्तान के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों में से एक दाऊद हरक्यूलिस कॉरपोरेशन से है। यह ग्रुप कृषि, स्वास्थ्य और अन्य कई क्षेत्रों में काम करता है। शहजादा इस ग्रुप की कराची स्थित कंपनी एनग्रो कॉरपोरेशन के वाइस चेयरमैन थे। साथ ही वह प्रिंस चाल्र्स द्वारा गठित की गई चैरिटेबल ट्रस्ट प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल के सलाहकार भी थे।