बिना परीक्षा के शुल्क वसूलने का बीएड प्रशिक्षुओं ने किया विरोध
बागेश्वर। बीएड संकाय द्वितीय सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं ने बिना परीक्षा कराए शुल्क वसूलने का विरोध किया है। उन्होंने प्राचार्य के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन भेजा है। इसमें कहा है कि परीक्षा स्थगित होने के बावजूद पूरी फीस ली जा रही है। कोरोना महामारी के चलते हुई मंदी में छात्र इसे जमा कराने में समर्थ नहीं हैं। उन्होंने शुल्क को कम कर प्रशिक्षुओं को राहत देने की मांग की है। कोरोना महामारी के चलते बीएड द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है। प्रशिक्षुओं को बिना परीक्षा कराए ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जा रहा है। इसके बावजूद छात्रों से परीक्षा शुल्क की वसूली हो रही है। इससे छात्रों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि परीक्षा नियंत्रक अंकपत्र बनाने के लिए फीस लेने की बात कर रहे हैं। अगर ऐसा हो तो भी छात्रों से अधिक शुल्क लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। हर वर्ग इस समय मंदी की मार से परेशान है। ऐसे में छात्रों के लिए भी अधिक शुल्क जमा कराना संभव नहीं है। उन्होंने कुलपति से छात्र हित में परीक्षा के नाम पर लिए जाने वाले शुल्क की राशि को कम करने की मांग की। इस मौके पर नरेंद्र सिंह देव, रेनू टाकुली, मनोज कुमार, नरेंद्र सिंह रौतेला, रोहित सिंह कालाकोटी, बसंत बल्लभ पंडा सहित अन्य प्रशिक्षु मौजदू रहे।