माध्यमिक विद्यालयों में अनिवार्य रूप से हो बायोमैट्रिक उपस्थिति

Spread the love

जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व प्रधानाचार्य भारत सिंह नेगी ने जनपद के माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापकों व कर्मचारियों की बायोमैट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने की मांग की है।
इस संबध में जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी को प्रेषित पत्र में उन्होंने कहा है कि जनपद के अधिकांश माध्यमिक विद्यालयों में अध्यापक व कर्मचारियों की जानबूझकर बायोमैट्रिक उपस्थिति नहीं ली जा रही है जो माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है। कहा कि इस संबध में उनके द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सूचना मांगी गई तो एक विकासखंड में मात्र दो से तीन विद्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति लेने की जानकारी मिली। बाकी विद्यालयों ने लाकडाउन से उनकी बायोमैट्रिक मशीन बंद होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बायोमैट्रिक मशीन बंद होने के कारण संबधित विद्यालयों के अध्यापक मनमानी करते हैं, जिसका विपरीत प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहा है। बताया कि सूचना के अधिकार में मिली सूचना के मुताबिक विकास खंड रिखणीखाल के 19 राइंका व राजकीय हाई स्कूलों में से मात्र एक, विकास खंड दुगड्डा के 29 विद्यालयों में से मात्र तीन, विकास खंड जयहरीखाल के 19 विद्यालयों में से मात्र छ: विद्यालयों में ही बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जबकि इस संबध में उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव द्वारा 2 मई 2022 को शासनादेश जारी कर दिया गया था। पत्र में उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से अविलंब इस समस्या की ओर ध्यान देने की अपील की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *